डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: जालंधर नगर निगम (Jalandhar Municipal Corporation) के अधिकारियों द्वारा अवैध रूप से बन रही इमारतों के खिलाफ कार्रवाई करने में दोहरी मानसिकता को अंजाम दिया जा रहा है। एक तरफ जहां छोटी-छोटी दुकानों को सील कर वाहवाही लूटी जाती है, तो दूसरी तरफ अवैध रूप से बन रहे चार मंजिला होटल और गैस्ट हाउस पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है।
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मामला जालंधर सैंट्रल (Jalandhar) हलके के मदन फ्लोर मिल के पास का है। मदन फ्लोर मिल के पास एक गली में अवैध रूप से चार मंजिला होटल और गैस्ट हाउस बनाया जा रहा है। इस पर नगर निगम के बिल्डिंग ब्रांच के अधिकारी कुछ ज्यादा ही मेहरबान हैं, जिससे कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
छोटी दुकान सील, अवैध होटल पर आंख-कान मुंह सब बंद
बिना सीएलयू (CLU) और बिना नक्शे के बन रहे इस अवैध चार मंजिला होटल व गैस्ट हाउस को बनवाने के लिए लाखों रुपए में सौदा हुआ है। इसके बाद बिल्डिंग ब्रांच के एटीपी और इंस्पैक्टर ने अपनी आंखें बंद कर ली है।
एक तरफ जहां छोटी छोटी दुकानों और घरों को सील और डिच चलाकर खूब वाहवाही लूटी जा रही है, दूसरी तरफ अवैध चार मंजिला होटल और गैस्ट हाउस पर एटीपी और इंस्पैक्टर कोई कार्ऱवाई नहीं करते हैं।
अवैध होटल की कमिश्नर से शिकायत
इससे नगर निगम के अधिकारियों की कार्रवाई पर भी सवालिया निशान लग रहा है। गली में चार मंजिला होटल औऱ गैस्ट हाउस बनाए जाने से आसपास के लोग नाराज हैं। इसकी शिकायत भी नगर निगम के कमिश्नर गौतम जैन से की गई है, लेकिन उन्होंने इस अवैध चार मंजिला होटल के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया।