डेली संवाद, नई दिल्ली। NEET Exam : NEET UG 2024 में 1563 छात्रों को मिले ग्रेस मार्क्स को रद्द कर दिया गया है, जिससे छात्रों में असंतोष और विवाद की स्थिति पैदा हो गई है। इस निर्णय के बाद, छात्र और उनके अभिभावक कई सवाल उठा रहे हैं। एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) ने इस मामले में सफाई दी है, लेकिन इसके बावजूद विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। आइए विस्तार से जानते हैं कि यह विवाद कैसे शुरू हुआ, एनटीए की सफाई क्या है, और अब आगे क्या होगा।
यह भी पढ़ें: पंजाब में लोहा इंडस्ट्री पर संकट, सरकार ने ठोका लाखों का जुर्माना
ग्रेस मार्क्स
NTA ने कुछ छात्रों को उनके परीक्षा केंद्रों पर समय बर्बाद होने के कारण मुआवजे के रूप में ग्रेस मार्क्स दिए थे। कई छात्रों ने इस पर आपत्ति जताई है, उनका कहना है कि ग्रेस मार्क्स देने की प्रक्रिया पारदर्शी नहीं थी और इसका इस्तेमाल रैंकिंग में हेरफेर करने के लिए किया गया था। एनटीए ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है और कहा है कि ग्रेस मार्क्स सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार दिए गए थे।
पेपर लीक
कुछ छात्रों का दावा है कि बिहार में NEET का पेपर लीक हो गया था। एनटीए ने इन आरोपों का खंडन किया है और कहा है कि उनके पास पेपर लीक होने का कोई सबूत नहीं है। इस मामले की जांच अभी भी जारी है।
मूल्यांकन में अनियमितता
कुछ छात्रों ने आरोप लगाया है कि उनके उत्तरों का गलत मूल्यांकन किया गया था। NTA ने इन आरोपों की जांच करने के लिए एक समिति गठित की है।
इस साल NEET में रिकॉर्ड 67 टॉपर हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि कुछ प्रश्नों में दो सही उत्तर थे और कुछ छात्रों को ग्रेस मार्क्स भी दिए गए थे।
टाई-ब्रेकिंग नीति में बदलाव
NTA ने इस साल टाई-ब्रेकिंग नीति में बदलाव किया था, जिसके कारण कुछ छात्रों को नुकसान हुआ। NTA ने कहा है कि यह बदलाव इसलिए किया गया था ताकि अधिक से अधिक छात्रों को मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश मिल सके।
एक छात्र ने वायरल वीडियो में दावा किया था कि उसकी ओएमआर शीट फटी हुई थी और उसे गलत अंक दिए गए थे। NTA ने इस दावे की जांच की और पाया कि यह गलत था।
NEET रिजल्ट की तारीख
NEET का रिजल्ट लोकसभा चुनाव परिणाम के दिन जारी किया गया था, जो कि संभावित तारीख से 10 दिन पहले था। एनटीए ने कहा है कि रिजल्ट प्रक्रिया के तहत ही जारी किया गया था।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि NEET UG की काउंसलिंग पर रोक नहीं लगाई जाएगी। काउंसलिंग जुलाई में शुरू होगी।
सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं लंबित हैं जिनमें परीक्षा रद्द करने और दोबारा आयोजित करने की मांग की गई है। इन याचिकाओं पर 8 जुलाई को सुनवाई होगी।
आगे क्या होगा?
एनटीए ने कहा है कि वह सभी आरोपों की जांच कर रहा है और उचित कार्रवाई करेगा। सुप्रीम कोर्ट का फैसला इस विवाद का अंतिम फैसला होगा।