डेली संवाद, जालंधर
बस्तियात इलाके में पानी और सीवरेज की पाइपें डालने के लिए सड़कें क्या तोड़ी गईं, अवैध निर्माण करने वालों की मौज लग गई। बस्ती दानिशमंदा मेन रोड पर एक साथ कई दुकानें बन रही हैं। खुद नगर निगम के इंस्पैटरों ने दुकानों को बनवाने का ठेका ले लिया है। अवैध रूप से दुकान बनवाने का ठेका इलाके के एक अकाली नेता ने लिया है, जो दुकानदारों ने मोटी रकम लेकर निगम अधिकारियों को पहुंचाते हैं।
वेस्ट हलके में आते बस्ती दानिशमंदा मेन रोड पर अवैध रूप से बन रही दुकानों को लेकर नगर निगम के अधिकारी भी कुछ भी बोलने से परहेज करते हैं। नगर निगम के अधिकारी अवैध रूप से बन रही दुकानों की बाबत कांग्रेस के एक नेता की तरफ इशारा करते हैं। जबकि असलियत तो यह है कि अकाली दल के एक नेता ने इन अवैध दुकानों का सौदा किया है।
नगर निगम के एक अधिकारी कहते हैं कि इलाके में एक रसूखदार नेता ने सभी डीलिंग करवाई है। इस डील में लाखों रुपए इंस्पैक्टर से लेकर अधिकारियों तक पहुंच रहा है। जिससे सभी अधिकारी चुप हैं। बड़ी बात तो यह है कि नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारी यह कह कर कन्नी काट रहे हैं कि वहां जाने का रास्ता नहीं है। सड़कें सारी खुदी पड़ी हैं।
यहीं नहीं, बस्तियात इलाके में कई अवैध कालोनियां भी कट रही हैं, जिसको लेकर बड़े स्तर पर सौदाबाजी शुरू हो गई है। वहीं, एसटीपी परमपाल सिंह ने कहा है कि उन्हें भी शिकायतें आई हैं कि बस्ती दानिशमंदा में अवैध रुप से कई दुकानें बन रहीं है। उन्होंने कहा कि सोमवार को इलाके के इंस्पैक्टर को मौके पर भेजकर रिपोर्ट मंगवाई जाएगी। नाजायज बन रही दुकानों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
भाजपा नेता की अवैध इमारत पर पूरी मेहरबानी
मेयर जगदीश राजा के आदेश को रद्दी की टोकरी में डालने वाले निगम अधिकारियों की भाजपा नेता की अवैध इमारत पर पूरी मेहरबानी बरकरार है। झंडिया वाला पीर चौक के पास कांग्रेसी पार्षद पुत्र अनमोल ग्रोवर की शिकायत के बाद भी नगर निगम के अधिकारियों ने भाजपा नेता की अवैध इमारत को नोटिस तक नहीं भेजा है। जबकि दो बड़ी दुकानों में शटर तक लग गया है। चर्चा है कि भाजपा नेता ने नगर निगम के अधिकारियों के साथ कांग्रेस के एक नेता को लाखों रुपए दिए हैं।