चंडीगढ़। पंजाब सरकार ने 31 मार्च तक पूरे पंजाब में लॉक डाउन के आदेश जारी किए थे, लेकिन सोमवार को वह नाकामयाब हो गया। पूरे प्रदेश से हालातों का जायजा लेने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लागू कर दिया और ऐसा करने वाला पंजाब पहला राज्य बन गया। कैप्टन ने सभी डीसी को निर्देश दिए हैं कि वे अपने जिलों में कर्फ्यू का सख्ती से पालन कराएं।
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पंजाब में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या 22 पहुंच गई है। सोमवार को मोहाली में एक और महिला को कोरोना संक्रमण होने की पुष्टि हुई है। यह महिला फेज पांच की रहने वाली है। इस महिला के घर में चंडीगढ़ सेक्टर 21 निवासी संक्रमित युवती की दोस्त रहती थी। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने उसके घर को कब्जे में ले लिया है। नगर निगम की टीमें सैनिटाइज कर रही हैं। अब मोहाली जिले में कोरोना पीड़ितों की संख्या 5 हो गई है।
सोमवार को सरकार ने घोषणा की कि प्रदेश के आईएएस अफसर अपनी एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत फंड में जमा कराएंगे, ताकि प्रदेश में संक्रमित लोगों की मदद की जा सके और व्यवस्था बनाई रखी जा सके। राज्य सरकार की ओर से जारी बुलेटिन में बताया गया है कि पंजाब में 203 संदिग्ध मामलों के सैंपल लिए गए, जिनमें से 160 लोग निगेटिव पाए गए हैं। 22 लोगों के सैंपल की रिपोर्ट का इंतजार है।
कुल पॉजिटिव केस
- नवांशहर में 14
- मोहाली में पांच
- होशियारपुर में दो
- अमृतसर में एक
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बहुत जरूरी न हो तो घर से बाहर न निकलें: कैप्टन
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लोगों से अपनी अपील में कहा कि आप बीमारी को आगे नहीं बढ़ने देने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी वैश्विक खतरे के रूप में सामने आई है। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि उनकी सरकार चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है और अब तक के सभी संभावित एहतियाती कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि हमें अपने राज्य और लोगों को किसी भी बड़े नुकसान से बचाने के लिए और कड़े प्रतिबंध लगाने सहित अन्य उपाय करने की आवश्यकता पड़ सकती है।