डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar Smart City Scam: स्मार्ट सिटी जालंधर के करोड़ों रुपए के कामों में धांधली पकड़ने के बाद नगर निगम के कमिश्नर ऋषिपाल सिंह ने कहा है कि वे खुद इसकी डैप्थ में जाकर जांच करेंगे। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी प्रोजैक्ट की हर फाइल की जांच वे खुद करेंगे। सरकार ने उन्हें इसीलिए जालंधर नगर निगम में तैनात किया है।
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डेली संवाद से बातचीत करते हुए कमिश्नर ऋषिपाल सिंह ने कहा है कि अभी तो सिर्फ मिठापुर के एक स्टेडियम की खामियों को चेक किया है। यहां करोड़ों रुपए से हाकी खिलाड़ियों के लिए टर्फ बिछाया जाना है, उस काम में बिल्कुल धांधली बरदाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के कार्यों पर नजर रखने वाली थर्ड पार्टी के कार्यों की भी जांच होगी। क्योंकि थर्ड पाटी भी स्मार्ट सिटी के कार्यों की सही रिपोर्ट नहीं दे रही है।
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उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के कार्यों की सभी फाइलों को तलब किया है। इसकी रिपोर्ट संबंधित एसई से मांगी गई है। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले महीने मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जिन विकास कार्यों का जालंधर में आकर उद्घाटन किया था, उस कार्यों की स्टेट्स रिपोर्ट समेत गुणवत्ता जांच की रिपोर्ट मांगी गई है।
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ऋषिपाल सिंह ने कहा कि उन्होंने जो चेकिंग और जांच शुरू की है, ये जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है कि बिना करप्शन के गुणवत्ता युक्त काम हो। इसके लिए वे किसी भी स्तर पर समझौता नहीं कर सके। उन्होंने कहा कि वे हर काम की जांच करेंगे। स्मार्ट सिटी के एक-एक पैसे का हिसाब लिया जाएगा।
एसडीओ, एक्सईएन और एसई बन गए, लेकिन तबादला नहीं हुआ
नगर निगम जालंधर में एसे कई सारे अधिकारी और कर्मचारी कुंडली मारकर एक ही सीट पर बैठे हैं, जिनका तबादला ही नहीं हुआ। अगर कभी तबादला भी होता है तो ये लोग राजनीतिक ताकत लगाकर अपना ट्रांसफर रुकवा लेते हैं। अकेले बीएंड ब्रांच की बात करें तो जेई, एसडीओ, एक्सईएन और एसई कई साल से एक ही सीट से चिपके हैं।