मुंबई। बॉलिवुड में पिछले दिनों #MeToo की बयार चली। अब प्रियंका चोपड़ा ने भी स्वीकार किया है कि वह भी अपने शुरुआती दिनों में सेक्शुअल हैरसमेंट की समस्या को फेस कर चुकी हैं। हालांकि, उन्होंने घटना के बारे में ज्यादा कुछ खुलकर नहीं कहा है।
न्यू यॉर्क में आयोजित 10वें वार्षिक Women in the World Summit में प्रियंका ने सेक्शुअल हैरसमेंट को लेकर बातें कही। उन्होंने कहा, ‘महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न एक आम बात बन चुकी थी, लेकिन अब हमने एक-दूसरे को जो सपॉर्ट दिया है तो लोगों के पास हमारा मुंह बंद करने की ताकत नहीं बची। …और यह एक आश्चर्यजनक और पावरफुल चीज देखने को मिल रही है।’
इस समिट में जब प्रियंका चोपड़ा से पूछा गया कि क्या उन्होंने कभी सेक्शुअल हैरसमेंट की समस्या को फेस किया है? तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा, ‘यहां मौजूद हर किसी ने संभवत: इसे फेस किया होगा क्योंकि यह महिलाओं के साथ घटने वाली आम बात हो चुकी थी। हमने पहले भी आवाज उठाई थी, बस फर्क इतना था कि तब कोई सुनता नहीं था। अब मेरे पास एक कहानी है तो मुझे नहीं लगता कि मैं अकेली हूं और न ही मैं इसे लेकर शर्मिंदा हूं।’
यह तब हुआ जब मैं काफी यंग थी
प्रियंका ने #MeToo पर अपने साथ घटी इस घटना के बारे में अपने पिछले इंटरव्यू में बात कर चुकी हैं। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है अगर लोग मीटू मूवमेंट को केवल बॉलिवुड से ही जोड़कर सीमित रखते हैं तो वे गलत समझ रहे।
ऐसा नहीं कि केवल फिल्म इंडस्ट्री में ऐसी चीजें होती हैं। हर जॉब में होती है। जो मेरे साथ हुआ है, वह बहुत पहले हुआ है। यह तब हुआ जब मैं काफी यंग थी। मुझे लगता है लोग सोच रहे हैं यह हालिया घटना है और वे जानना चाह रहे हैं कि मैं इस बारे में क्यों नहीं बोल रही… इसे लोकर लोगों को बहुत सी उम्मीदें हैं। हमारे देश की हर महिला ने इसे भुगता होगा और मुझे यकीन है कि हर कोई पब्लिकली इस बारे में बात करना नहीं चाहतीं।’
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