डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: पंजाब इंस्टीच्यूट आफ मेडिकल साइंसिज (Punjab Institute of Medical Sciences) में मनोरोग विभाग की ओर से नशा मुक्ति औऱ अवैध तस्करी दिवस मनाया गया। इस अवसर पर पिम्स के विद्यार्थियों ने नशा रोकने और लोगों को नशे के प्रति जागरुक करने की शपथ ली।
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एमबीबीएस के विद्यार्थियों की ओऱ से क्विज कंपीटीशन करवाया गया। इस अवसर पर पंजाब के एडीजीपी मुहम्मद फारुखी मुख्यातिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यातिथि फारुखी ने सभी को नशों से दूर रहने की सलाह दी।
नशों के दुष्प्रभावों के बारे में बताना चाहिए
उन्होंने कहा कि पिम्स के भावी डाक्टर और अन्य स्टाफ लोगो को नशों के दुष्प्रभावों के बारे में बताना चाहिए। उन्होंने नशे की समस्या के लिए जड़ में जाकर उनके पीछे की मानसिक कारणों को समझने पर जोर दिया। उन्होंने नशों तथा मासिक रोगों के उपचार केलिए मनोचिकित्स के पास जाने का अपील की।
पिम्स के एग्जेक्टिव चेयरमैन डा. कंवलजीत सिंह ने आए हुए अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने ने कहा कि हर साल 26 जून को दुनियाभर में एक साथ मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को नशा और उससे होने वाले कुप्रभाव के प्रति जागरूक करना है।
मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है
उन्होंने बताया कि नशीली दवाओं का उपयोग करने वाले लोग भेदभाव का सामना करते है, जो उनके शारीरिक औऱ मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है। पिम्स में नशा छुड़ाओ विभाग है, जिसमें अपना इलाज करवा सकते हैं ।
उन्होंने कहा कि नशा मुकित अभियान के तहत लोगों को जागरूक के लिए भारत के राष्ट्रपति की ओऱ से पिम्स को सम्मानित भी किया जा चुका है।
सामूहिक रूप मे काम करना होगा
पिम्स के डायरेक्टर प्रिंसीपल डा. राजीव अरोड़ा ने पिम्स में 10 वर्ष से खुले नशा मुक्ति केंद्र के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नशीली दवाओं के दुरुपयोग को रोकने औऱ मरीजों के उपचार करना हमारा कर्तव्य है। इन चुनौतियों का सामना करने के लिए हमें सामूहिक रूप मे काम करना होगा।
उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि लोगों को नशे की दलदल से बाहर निकालें, उन्हें शिक्षित करने का संकल्प लें। उन लोगों के खिलाफ खड़े हों जो दूसरों की पीड़ा से लाभ कमाना चाहते हैं। इस अवसर डा. दीपाली गुल, मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. पुनीत खुराना, डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. तानिया मोडगिल, डीन अकादमिक डा. एच.के चीमा और नर्सिंग सुपरेटेंडेंट राजिंदर कौर नंदा मौजूद थे।