डेली संवाद, जालंधर
भारतीय स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के अमृत महोत्सव के तहत जल सप्लाई एवं सैनीटेशन विभाग की तरफ से चलाया गया स्वच्छता रथ शुक्रवार को दूसरे दिन पतारा, हजारा, नौली, बुधियाना और नगंल में पहुंचा। जहां लोगों को अपने गांव की साफ सफाई के लिए कूड़ा प्रबंधन और छप्पड़ों के प्रबंधन को लेकर जागरूक किया।
जल सप्लाई और सैनीटेशन विभाग की जालंधर डिवीजन-1 की टीमों ने इन गांवों में जाकर लोगों को गांवों में सॉलिड वेस्ट मैनेजमैंट, प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमैंट और ग्रे वाटर मैनेजमैंट के लिए सरकार की तरफ से चलाए जा रहे प्रोजैक्टों के प्रति जानकारी दी। वहां की पंचायतों को इन प्रोजैक्टों को लेकर प्रस्ताव पास करने को भी प्रेरित किया।
विभाग की टीमों ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रमीण) के तहत गांवों में सॉलिड वैस्ट मैनेजमैंट, ग्रे वाटर व प्लास्टिक वेस्ट मैनजमैंट के फंड्स दिया जा रहे हैं। जिसमें 70 फीसदी हिस्सा केंद्र सरकार और 30 फीसदी हिस्सा पंजाब सरकार की तरफ दिया जाएगा। इसके लिए पंचायत के लोगों को प्रस्ताव बनाकर बीडीपीओ से पास करवाने होंगे। जिसके बाद इन फंड्स का फायदा गांवों को मिल सकता है।
15 सितंबर को जंग-ए-आजादी से शुरू हुई सत्यग्रह से स्वच्छग्रह रथ यात्रा 2 अक्तूबर तक जालंधर और कपूरथला जिले के करीब 85 गांवों को कवर करेगी। इन शुक्रवार को रथ दूसरे दिन लोगों को जागरूक करने पहुंचा था। गांव के लोगों को इस डिजीटल रथ पर वीडियो और ऑडियो क्लिप्स के जरिए भी संदेश दिया गया। लोगों ने इस रथ को अच्छा रिस्पांस दिया।