डेली संवाद, नई दिल्ली। Weather Update: मानसून (Monsoon) झमाझम बरस रहा है। उत्तराखंड (Uttarakhand) के चमोली (Chamoli) में भूस्खलन (Land Slide) होने के कारण बदरीनाथ (Badrinath) राजमार्ग जोगीधारा (Jogidhara) और पातालगंगा (Patalganga) में अवरुद्ध है। जोशीमठ (Joshimath) में तीन दिनों से सड़क बंद है।
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उधर, पातालगंगा में राजमार्ग पर भारी मात्रा में मलबा व बोल्डर गिरे हैं। करीब 1500 से अधिक तीर्थयात्री फंसे हुए हैं और मार्ग खुलने के इंतजार में हैं। उत्तराखंड सरकार अलर्ट पर है। श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकालने के लिए काम शुरू हो गया है।
चारधाम यात्रा मार्ग भूस्खलन से बाधित
उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल के सीमांत जिलों में भारी वर्षा से जन-जीवन प्रभावित रहा। गढ़वाल मंडल में वर्षा का क्रम धीमा पड़ा है, लेकिन चारधाम यात्रा मार्गों का भूस्खलन से बाधित होना जारी है।
पिथौरागढ़ व बागेश्वर के सीमांत क्षेत्रों में मूसलधार वर्षा होने से जनजीवन प्रभावित है। पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय में मंगलवार रात्रि दो घंटे तक तेज हवाओं के साथ 44 मिमी वर्षा हुई। चीन सीमा को जोड़ने वाला तवाघाट मार्ग कई स्थानों पर मलबा आने से अवरुद्ध हो गया है।
150 मार्ग बाधित
ऊधम सिंह नगर में दोपहर बाद हुई जोरदार वर्षा से बाजपुर व काशीपुर के कई क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं। कई घरों व दुकानों में पानी घुस गया। राज्य में 150 से अधिक संपर्क मार्ग मलबा आने से बाधित हैं।
उधर, हिमाचल प्रदेश में मानसून के कमजोर पड़ने के बावजूद कई स्थानों पर हल्की और कुछ स्थानों पर अधिक वर्षा हुई है। पंजाब में दिनभर उमस रही, लेकिन शाम को कई जिलों में हुई तेज वर्षा से राहत मिली। मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है और कई जिलों में भारी वर्षा की संभावना जताई है।
बिहार में हाल बेहाल
बिहार में वज्रपात की अलग-अलग जगहों पर हुई घटनाओं में 16 लोगों की मौत हो गई, जबकि चार अन्य घायल हो गए। बांका और पटना में तीन-तीन, नालंदा, सिवान व कैमूर में दो-दो तथा भोजपुर, रोहतास, मुंगेर व सारण में एक-एक व्यक्ति की मौत की सूचना है। इनमें सिवान जिले में ननिहाल आई बच्ची भी शामिल है।
बिहार में कोसी तटबंध के अंदर गांवों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। गोपालगंज में गंडक नदी के जलस्तर में कमी आने के बावजूद जिले के पांच इलाकों के 21 गांव बाढ़ के पानी से घिरे हैं। मधुबनी में कमला बलान नदी खतरे के निशान से 1.38 मीटर ऊपर बह रही है। अररिया में डूबने से दो लोगों की मौत की सूचना है।
यूपी में 52 लोगों की मौत
उत्तर प्रदेश में बुधवार को बाढ़ व वर्षा से तो कुछ राहत रही लेकिन वज्रपात व उमस ने पूर्वी व मध्य उप्र में कहर ढाया। वज्रपात से 52 लोगों की मौत हो गई। बड़ी संख्या में लोग झुलसे हैं। बीते दो दिनों से थमी बरसात ने नदियों का उफान रोक दिया है, लेकिन बाढ़ प्रभावित जिलों में अव्यवस्था चरम पर है। सरयू, घाघरा और राप्ती लाल निशान के ऊपर बह रही हैं।
बुधवार को बलरामपुर और लखीमपुर में बाढ़जनित हादसों में पांच लोगों की मौत हो गई। लखीमपुर में गोला, पलिया, निघासन, धौरहरा और लखीमपुर तहसील बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं। सवा सौ से ज्यादा गांव जलमग्न हैं। पीलीभीत में शारदा का जलस्तर कुछ कम हुआ है, लेकिन समस्या बरकरार है। मौसम विभाग ने गरज-चमक के साथ भारी वर्षा और वज्रपात की चेतावनी जारी की है।