डेली संवाद, कानपुर। UP News: Deputy Superintendent Demoted As Constable – पुलिस के डीएसपी (DSP) को महिला सिपाही के साथ रंगरेलियां मनाना बहुत ही महंगा पड़ गया। महिला सिपाही के साथ होटल में मौज मस्ती करने वाले DSP को सरकार ने डिमोट कर कांस्टेबल बना दिया।
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जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) के उन्नाव (Unnao) के डिप्टी एसपी (DSP) रहे कृपा शंकर कनौजिया (Kripa Shankar Kanaujia) का डिमोशन करके कॉन्स्टेबल बना दिया गया। कानपुर के एक होटल में महिला सिपाही के साथ पकड़े जाने के बाद उन्हें डिमोट किया गया।
कॉन्स्टेबल से प्रमोशन पाकर DSP बने थे
कृपा शंकर ने PAC में कॉन्स्टेबल के पद से प्रमोशन पाकर DSP तक पहुंचे थे। लखनऊ में अपर पुलिस महानिदेशक (ADG) के 22 जून को जारी आदेश के बाद गोरखपुर में PAC की 26 बटालियन में उनकी तैनाती की गई है।
कृपा शंकर कनौजिया देवरिया के रहने वाले हैं। जुलाई 2021 में उनकी उन्नाव जिले की बीघापुर सर्किल में CO के पद पर तैनाती थी। इस दौरान एक महिला सिपाही से उनका अफेयर हो गया। महिला सिपाही की तैनाती उनके कार्यक्षेत्र में आने वाले एक थाने में थी। कृपा शंकर और महिला सिपाही दोनों पहले से शादीशुदा हैं। महिला का पति प्रयागराज के एक थाने में सिपाही के पद पर तैनात था।
कृपा शंकर ने इलाज के लिए छुट्टी ली
6 जुलाई, 2021 को कृपा शंकर ने इलाज के लिए छुट्टी ली। उन्होंने पत्नी को घर आने की सूचना दी। लेकिन घर जाने की जगह महिला सिपाही के साथ कानपुर चले गए। वहां माल रोड स्थित एक होटल में दोनों ठहरे। कृपा शंकर ने अपने नाम पर कमरा बुक किया। इसके साथ ही CUG और पर्सनल दोनों फोन बंद कर लिए।
पत्नी ने कॉल किया तो फोन बंद मिला। काफी देर कॉल करने के बाद पत्नी घबरा गई। उन्होंने उन्नाव के SP आनंद कुलकर्णी को कॉल करके पूरी बात बताई। यह भी बताया कि पति अक्सर अपनी हत्या की आशंका जताते रहते हैं। उनके फोन बंद होने से मुझे डर लग रहा है कि कहीं उनके साथ कोई अनहोनी तो नहीं हो गई।
सर्विलांस से होटल में मिली लोकेशन
इस पर SP ने सर्विलांस सेल को कृपा शंकर का पता लगाने के लिए लगाया। उनकी आखिरी लोकेशन कानपुर के माल रोड पर एक होटल में मिली। उन्नाव और कानपुर की संयुक्त टीम होटल पहुंची, तो पता चला कि शाम 5 बजे से कृपा शंकर एक महिला के साथ कमरे में हैं। रूम बुकिंग में उनकी आईडी लगी थी।
जांच-पड़ताल के बाद होटल स्टाफ ने कमरा नंबर- 201 का दरवाजा खटखटाया गया, लेकिन दरवाजा नहीं खोला गया। इसके बाद होटल मैनेजर शिव कुमार खुद गए और कमरा खुलवाया। उन्होंने कृपा शंकर को बताया कि नीचे पुलिस टीम मौजूद है। तब वह नीचे पहुंचे।
होटल में पकड़े जाने के बाद बहस
उनसे कहा गया कि आपकी पत्नी बात करना चाहती हैं। इस पर उन्होंने पत्नी से बात की। पत्नी ने फोन पर ही कृपा शंकर को काफी बुरा-भला कहा। दोनों तरफ से जमकर बहस हुई। इसके बाद पुलिस कृपा शंकर को अपने साथ ले गई।
CCTV में कैद हुए थे दोनों
होटल में एंट्री करते समय कृपा शंकर और उनकी महिला मित्र CCTV में कैद हुए थे। सबूत के तौर पर पुलिस होटल के सभी CCTV फुटेज अपने साथ ले गई। इस भंडाफोड़ के बाद कृपा शंकर को सस्पेंड करके गोरखपुर PAC भेज दिया गया था।
विभाग ने 18 जून को उनके खिलाफ दंड निर्धारण किया। इसके बाद आदेश 22 जून को जारी किया गया। वहीं, महिला सिपाही अभी उन्नाव के माखी थाने में तैनात है। इस मामले के बाद महिला सिपाही के पति ने उसको तलाक दे दिया है।
आशिक मिजाजी में पहले भी चर्चित रहे
पुलिस सूत्र बताते हैं कि कृपा शंकर गोंडा से ट्रांसफर के बाद उन्नाव गए थे। यहां बीघापुर सर्किल में तैनात हुए तो बिहार थाने में तैनात एक महिला दरोगा को परेशान किया। उसे अभद्र मैसेज भेजे। विरोध किया तो उन्होंने दरोगा की विभागीय फाइल खोल दी। परेशान होकर उसने ट्रांसफर करवा लिया। उसी दौरान महिला सिपाही उनके संपर्क में आई थी।
शासन को भेजी गई थी रिपोर्ट
मामला सामने आने के बाद पुलिस विभाग की छवि खराब होने के बाद शासन को रिपोर्ट भेजी गई थी। शासन ने मामले की समीक्षा के बाद कृपा शंकर कनौजिया को सिपाही बनाने की संस्तुति की। अपर पुलिस महानिदेशक के आदेश पर कृपा शंकर कनौजिया को अधिकारी पद से आरक्षी के पद पर तैनात किया जा रहा है।