डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: लोकसभा चुनाव (Loksabha Election) में करारी हार के बाद शिअद (Shiromani Akali Dal) में अंदरूनी कलह थमने का नाम नहीं ले रही है। सोशल मीडिया पर बादल परिवार के करीबी और पार्टी के राजनीतिक सचिव चरणजीत बराड़ (Charanjit Brar) ने शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Badal) को पत्र जारी कर प्रधान बदलने की मांग की थी।
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अकाली दल के वरिष्ठ नेता प्रेम सिंह चंदूमाजरा (Prem Singh Chandumajra) ने कहा है कि हम शिअद प्रमुख सुखबीर बादल से मिलकर इस पर फैसला लेंगे। चंदूमाजरा ने कहा- पार्टी की ओर से जारी पत्र में ऐसा क्यों लिखा गया, यह भी स्पष्ट नहीं है।

मीडिया को क्यों दिया गया?
इस पत्र को लंबित रखा गया, लेकिन मीडिया को क्यों दिया गया, इसकी जानकारी नहीं है। यह गलत था, चंदूमाजरा ने कहा- हम पार्टी प्रमुख को बताएंगे कि इस तरह की मनमानी पार्टी के लिए गलत है।
अकाली दल के वरिष्ठ नेता विरसा सिंह वल्टोहा (Virsa Singh Valtoha) ने कहा- कोर कमेटी की बैठक अच्छे माहौल में हुई। हम न तो एनडीए (NDA) के साथ हैं और न ही एनडीए के साथ। कोर कमेटी की बैठक में सिर्फ पार्टी की हार पर चर्चा हुई। बैठक में किसी तरह का कोई प्रस्ताव पारित नहीं हुआ।

वल्टोहा ने कहा- मैं यह नहीं कह रहा कि चंदूमाजरा साहब का बयान गलत है और ऐसा हर कोई नहीं कह सकता। सभी नेताओं ने पार्टी प्रधान के कामकाज पर मुहर लगाई है। पार्टी में सिर्फ चुनाव के मुद्दे पर चर्चा हुई।
कोर कमेटी की मीटिंग में राजनीतिक स्थिति पर हुई थी चर्चा
कोर कमेटी की बैठक में शिअद की मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर चर्चा हुई थी। लोकसभा चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन का विश्लेषण भी किया गया। बैठक 6 घंटे से अधिक समय तक चली। मीटिंग में सुखबीर बादल के नेतृत्व पर पूरा भरोसा जताया गया था। फैसला लिया गया कि प्रधान सुखबीर नेताओं से पार्टी के एजेंडे व रणनीति तैयार करने के लिए सुझाव मांगेंगे।

नेताओं ने कहा था कि अकाली दल के खिलाफ एक बड़ी साजिश चल रही है ताकि सिख जनता को भ्रमित और विभाजित किया जा सके और इसे नेतृत्वविहीन बनाया जा सके। मीटिंग के बाद शिअद नेता दलजीत चीमा ने कहा कि चुनाव में पार्टी उम्मीदवारों की कारगुजारी को लेकर हर सीट का मंथन हुआ था।
इसकी रिपोर्ट भी बनाई जानी थी। जो नेता नाराज हैं या कोई शिकायत है तो इसके समाधान के लिए कमेटी बनाई जानी थी। कमेटी के पास नेताओं की बात सुनने और कार्रवाई की सिफारिश का अधिकार होगा।