डेली संवाद, खन्ना/लुधियाना। Punjab News: Crisis on iron industry in Punjab – एशिया (Asia) की सबसे बड़ी लोहा नगरी मंडी गोबिंदगढ़ (Mandi Gobindgarh) और इससे सटे खन्ना शहर (Khanna City) की लोहा इंडस्ट्री (Iron Industry) पर एक बार फिर से संकट के बादल छाते दिखाई दे रहे हैं। इंडस्ट्री को पाइप्ड नेचुरल गैस (PNG) पर चलाने का दबाव बनाया जा रहा है।
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कोयले के प्रयोग पर मिल मालिकों को 2 से 5 लाख रुपए प्रति मिल जुर्माना ठोका जा रहा है। इससे रोष में आए मिल मालिकों ने सांकेतिक तौर पर 17 जून सोमवार को एक दिन की हड़ताल पर जाने का ऐलान किया। कोयले के प्रयोग की छूट न देने पर अनिश्चित कालीन हड़ताल का ऐलान किया गया।
बंद रहेंगी 250 फैक्ट्रियां
आल इंडिया स्टील री रोलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद विशिष्ट की अगुवाई में एक मीटिंग वीरवार की शाम खन्ना में हुई। विशिष्ट ने बताया कि जब लोहा इंडस्ट्री को पीएनजी पर चलाने की बात हुई थी तो उन्होंने शुरू से मांग रखी थी कि गैस कीमतों को कंट्रोल करने के लिए रेगुलेटरी बनाई जाए।
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लेकिन गैस कीमतों पर कोई कंट्रोल नहीं है। कंपनी मनमानी से रेट बढ़ा रही है। अब 58 रुपए प्रति किलो रेट हो गया है। इससे प्रोडक्ट कास्ट के बढ़ने की उम्मीद ज्यादा हो जाती है।
PPCB रेड, भारी जुर्माना
इंडस्ट्री को बचाने के लिए जब कोयले का प्रयोग किया जा रहा है तो पंजाब पॉल्यूशन बोर्ड (Punjab Pollution Control Board) रेड करके भारी जुर्माने कर रहा है। उनकी मांग है कि इंडस्ट्री को पीएनजी पर चलाने के लिए कुछ महीनों की और छूट दी जाए। गैस कीमतों पर नकेल कसी जाए।
इसके लिए उनकी मीटिंग केंद्र सरकार के नुमाइंदों से 19 जून को होने जा रही है। फर्नेस एसोसिएशन अध्यक्ष महेंद्र गुप्ता ने कहा कि जब तक गैस की कीमतों पर कोई कंट्रोल नहीं किया जाता तब तक इंडस्ट्री सरवाइव नहीं कर सकती। वे रोलिंग मिलों की हड़ताल का समर्थन करेंगे।