डेली संवाद, नई दिल्ली। Tattoo Side Effects: जैसे जैसे समय मॉर्डन होता जा रहा है वैसे वैसे टैटू (Tattoo) बनाने का क्रेज लोगों में बढ़ता चला जा रहा है। आज के समय में बहुत सारे ऐसे लोग मिल जाएंगे जिनके शरीर पर कोई न कोई टैटू जरूर होता है।

वहीं आपको ऐसे भी लोग मिल जाएंगे जिन्होंने अपने पूरे शरीर पर टैटू ही बनाए होते है। वहीं अगर आप भी टैटू बनाने के शौकीन है तो यह खबर आपको एक बार जरूर पढ़ लेनी चाहिए जिसको पढ़कर आप हैरान हो जाएंगे और टैटू बनाने से पहले सौ बार सोचेंगे।
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बता दे कि भारत में टैटू की दीवानगी नई नहीं है। इसका इतिहास सैकड़ों साल पुराना है। पहले इसे गुदना या गोदना कहा जाता था। प्राचीन भारतीय परंपरा में टैटू अलग-अलग जनजातियों की निशानी हुआ करती थी। लोग अलग अलग तरह के डिज़ाइन बनवाते है।
सस्ते के चक्कर में ना करें जिंदगी बर्बाद
कोई नाम लिखवाता है और कोई डिज़ाइन बनाना पसंद करता है लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि यह शौंक आपको भारी मुसीबत में डाल सकता है। इससे कई तरह की बिमारियों हो सकती है। इसलिए अगर आपको टैटू बनवाना भी है तो सस्ते के चक्कर में अपनी जिंदगी खराब मत करना।
चौक-चौराहे या मेले में टैटू बनाने से बचना चाहिए
दरअसल हाल ही में उत्तरप्रदेश के पूर्वांचल के 10 जिलों में 40 लोग ऐसे मिले हैं, जो टैटू बनवाने के बाद HIV संक्रमित हो गए। इसमें 26 ऐसे लोग थे, जिन्होंने सड़क किनारे टैटू बनाने वाले आर्टिस्ट से टैटू बनवाया था इसलिए अगर आपको टैटू बनवाना है तो आपको चौक-चौराहे या मेले में टैटू बनाने से बचना चाहिए।
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बता दे कि टैटू की इंक में कई ऐसे खतरनाक केमिकल्स होते हैं, जो इन्फेक्शन का कारण बन सकते हैं। ज्यादातर टैटू में क्रोनियम, मैंगनीज, कार्सिनोजेनिक केमिकल पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हैं। इसके अलावा इसमें मौजूद एल्यूमिनियम और कोबाल्ट जैसे केमिकल स्किन को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
इन्फेक्शन फैलने का हो सकता खतरा
इसके साथ ही आपको इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि जब आप टैटू बनवाने जाते है तो और आर्टिस्ट जो इंक इस्तेमाल करते है कहीं वह ज्यादा पुरानी तो नहीं है क्योंकि पुरानी इंक में बैक्टीरिया पनप सकते हैं। जिससे इन्फेक्शन फैलने का खतरा रहता है।

इसके साथ ही जब आप किसी मेले या फिर चौराहे से टैटू बनवाते हैं तो इन्फेक्शन का खतरा ज्यादा होता है क्योंकि वे ज्यादातर पुरानी और पहले इस्तेमाल की जा चुकी नीडल का प्रयोग कर सकते हैं जिससे आपको HIV का खतरा हो सकता है। इसके साथ ही कोई भी ऐसा संक्रमण हो सकता है जो खून से फैलता हो।
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हेल्थलाइन की एक रिपोर्ट के मुताबिक कुछ टैटू इंक में Azo नाम का केमिकल कंपाउंड इस्तेमाल किया जाता है। इसका इस्तेमाल कार पेंट में भी होता है। लाल इंक को लेकर चूहों पर की गई एक स्टडी में पता चला कि इससे कैंसर का खतरा हो सकता है। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया के कैंसर काउंसिल के मुताबिक कुछ टैटू इंक में कैंसर पैदा करने वाले कार्सिनोजेनिक केमिकल होते हैं।