डेली संवाद, चंडीगढ़। Hamida Banu: आज का गूगल ने खास डूडल (Doodle) बनाया है दुनिया की सबसे ताकतवर महिलाओं में से एक हमीदा बानो (Hamida Banu) को याद करते हुए। हमीदा बानो को भारत की पहली महिला पहलवान माना जाता है।
यूपी के अलीगढ़ में जन्मी हमीदा बानो भारत के पहली पहलवान थी जो पुरुषों को खुली चुनौती देने के लिए जानी जाती थी। कहा जाता है कि कुश्ती के अखाड़े में कोई भी उनके सामने नहीं टिक पाता था। वहीं गूगल ने याद करते हुए उनको डूडल समर्पित किया है।
यह भी पढ़ें – कनाडा, अमेरिका और यूरोप जाना हो सकता है महंगा
बताया जाता है कि आज ही के दिन 1954 में उस कुश्ती के मुकाबले की खबर अखबार में छपी थी जिसने बानो को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई थी। उन्होंने सिर्फ 1 मिनट 34 सेकंड में मशहूर पहलवान बाबा पहलवान को हरा दिया था, जिसके बाद बाबा पहलवान ने हमेशा के लिए कुश्ती छोड़ दी थी।

इसके बाद रेफरी ने ऐलान किया था कि ऐसा कोई पुरुष पहलवान नहीं है जो बानो को हराकर उससे शादी कर पाए। यह भी कहा जाता है कि छोटे गामा के नाम से मशहूर पहलवान ने भी हमीदा बानो के साथ लड़ने से पहले ही अपना नाम वापस ले लिया था।
यह भी पढ़ें – कनाडा जाने वाली फ्लाइट में जमकर हंगामा
हमीदा बानो का जन्म 1900 के दशक की शुरुआत में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के पास एक पहलवान परिवार में हुआ था। वह बचपन से ही कुश्ती करती रही है 1940 और 1950 के दशक में अपने करियर के दौरान 300 से अधिक प्रतियोगिताएं जीतीं। हमीदा को अलीगढ़ की अमेजॉन के नाम से जाना जाता था
हमीदा रोजाना 6 लीटर दूध, सवा दो लीटर फलों का जूस, एक किलो मटन, 450 ग्राम मक्खन, 6 अंडे, लगभग एक किलो बादाम, 2 बड़ी रोटियां और 2 प्लेट बिरयानी खाती थीं। दिन के 24 घंटों में वह 9 घंटे सोती थीं और 6 घंटे एक्सरसाइज करती थीं।