पेरिस। ISRO: यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) के महानिदेशक जोसेफ एशबैकर ने हाल के सफल प्रक्षेपणों के लिए इसरो की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष और विशेष कर चंद्र अन्वेषण में भारत की उपलब्धियां आश्चर्यजनक हैं।
अंतरिक्ष में भारत जो हासिल कर रहा है, वह आश्चर्यजनक
ईएसए (ESA) की ओर से पेरिस में 323वीं परिषद बैठक की मेजबानी की गई। एशबैकर ने कहा कि अंतरिक्ष में भारत जो हासिल कर रहा है, वह आश्चर्यजनक है। हमने ईएसए परिषद में इसरो अध्यक्ष डा. एस सोमनाथ की मेजबानी की।
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यह प्रतिनिधियों के लिए ईएसए-इसरो के वर्तमान और भविष्य की योजनाओं के संबंधों में अधिक जानने का अवसर था। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ सहयोग को गहरा करने के रणनीतिक महत्व को कम करके नहीं आंका जा सकता।
भारत 2023 में नई ऊंचाइयों पर पहुंचा
अंतरिक्ष यात्री थामस पेस्केट भी बैठक में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 की सफल साफ्ट लैंडिंग और भारत के पहले सौर मिशन आदित्य-एल1 के प्रक्षेपण के साथ ही भारत 2023 में नई ऊंचाइयों पर पहुंचा।
मील के पत्थर वाले इन कदमों ने न सिर्फ वैश्विक अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था में भारत की स्थिति को दृढ़ कर दिया, बल्कि भारत में निजी क्षेत्रों को भी बढ़ावा देने का कार्य किया है।
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भारत अब चंद्रमा के अज्ञात दक्षिणी ध्रुव के पास पहुंचने वाला पहला देश है और चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाले शीर्ष चार देशों में शामिल है।