डेली संवाद, जालंधर। Punjab Politics: आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की गिरफ्तारी के बाद जालंधर से AAP के सांसद सुशील रिंकू (Sushil Rinku) का बड़ा बयान सामने आया है। सुशील रिंकू ने कहा है कि पंजाब में AAP को कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहिए।
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AAP सांसद सुशील रिंकू ने पंजाब में कांग्रेस के साथ AAP के गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दिया है। कांग्रेस से AAP में आए सुशील रिंकू ने फिर से कांग्रेस की हिमायत की है। सुशील रिंकू को डर है कि कांग्रेस के साथ अलग होकर लड़ने से उन्हें नुकसान हो सकता है, क्योंकि भाजपा और अकाली दल एक होकर चुनाव लड़ने जा रही है।
सांसद सुशील रिंकू ने कहा है कि अगर AAP और कांग्रेस पंजाब में भी गठबंधन करती हैं तो इसका फायदा दोनों पार्टियों को होगा। उन्होंने इसके लिए चंडीगढ़ नगर चंडीगढ़ निगम मेयर चुनाव का उदाहरण भी दिया।
उप चुनाव पर एक नजर
जालंधर में 6 महीने पहले हुए लोकसभा के उपचुनाव के नतीजों के आंकड़े पर गौर करें तो सुशील रिंकू को कांग्रेस की प्रत्याशी करमजीत कौर ने कड़ी टक्कर दी थी। कांग्रेस छोड़ AAP में आए सुशील रिंकू को 302279 वोट मिले थे, कांग्रेस की करमजीत कौर को 243588 वोट मिले थे। अकाली दल के डा. सुखविंदर सुक्खी को 158445 और भाजपा के इंदर इकबाल सिंह अटवाल को 134800 वोट मिले थे।
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अब अगर भाजपा और अकाली दल के वोट जोड़ दें तो 293245 वोट हो जाते हैं। दूसरी तरफ कांग्रेस इस बार सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को जालंधर से टिकट देने जा रही है, चन्नी का दोआबा में सबसे बड़ा जनाधार है। इसलिए सुशील रिंकू को डर सता रहा है कि अगर जालंधर से कांग्रेस ने चन्नी को मैदान में उतारा और अकाली-भाजपा एक हुई तो AAP को सीधा नुकसान हो सकता है।
अब पढ़ें कि सांसद सुशील रिंकू ने क्या कहा
सांसद सुशील कुमार रिंकू ने कहा कि ये चुनाव सिर्फ जालंधर के लिए नहीं, बल्कि पूरे भारत के लिए है। इसलिए पंजाब में दोनों पार्टियों को एक साथ चुनाव लड़ना चाहिए। रिंकू ने कहा- ये चुनाव लोकतंत्र को बचाने के लिए है।
इसलिए भारत वासियों के हित में यही सही है कि हम एक साथ चुनाव लड़े और लोकतंत्र को बचाएं। उन्होंने कहा कि नेताओं को अपने निजी हितों को एक तरफ रखकर व्यापक हितों और लोकतंत्र के लिए काम करना चाहिए।
कांग्रेस छोड़ AAP में आए थे रिंकू
आपको बता दें कि पिछले साल अप्रैल माह में सुशील रिंकू कांग्रेस का दामन छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। जिसके बाद AAP ने उन्हें जालंधर से उम्मीदवार उतारा था और उक्त चुनाव में उन्हें जीत मिली। मगर अब 11 माह बाद उनका झुकाव कांग्रेस की ओर बढ़ गया है। रिंकू का ये बयान पूरे पंजाब की राजनीति में चर्चा का विषय बना हुआ है।
आपको बता दें कि सुशील कुमार रिंकू जालंधर लोकसभा सीट के उप-चुनाव में जीते थे। उन्होंने कांग्रेस की कर्मजीत कौर चौधरी को हराया था। कर्मजीत कौर चौधरी पूर्व सांसद स्व. चौधरी संतोख सिंह की पत्नी है। सांसद संतोख चौधरी के निधन के बीद इस सीट पर उपचुनाव हुआ था।
भाजपा में शामिल होने की चर्चा
सांसद सुशील रिंकू के भाजपा में शामिल होने की कई दिन तक चर्चा चली थी। इसे लेकर कुछ बड़े मीडिया संस्थानों ने भी रिंकू के बीजेपी में शामिल होने की जानकारी सांझा की थी। जब ये बात फैली तब रिंकू अयोध्या में थे। वहां से लौटते ही रिंकू ने सभी बातों को अफवाह बताया। उससे अगले ही दिन वह सीएम मान से मिलने भी पहुंचे।