डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: शहर में अवैध निर्माणों और कालोनियों पर डिच चलाने वाले असिस्टैंट टाउन प्लानर (ATP) की फिर से जालंधर नगर निगम में वापसी हो गई है। जिससे एक बार फिर से शहर में अवैध निर्माण करने वाले बिल्डर्स और कालोनाइजरों की परेशानी बढ़ सकती है।
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राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन इकबाल सिंह लालपुरा के पर्सनल असिस्टैंट रहे सुखदेव वशिष्ठ फिर से अपने मूल काडर में वापस आ गए हैं। पंजाब सरकार ने उन्हें एक बार फिर से जालंधर नगर निगम में तैनाती दी है। नगर निगम में उन्हें एक बार फिर से एटीपी नियुक्त किया गया है।
इमारतें सील और डिच चलाने के लिए मशहूर हैं एटीपी
इससे पहले सुखदेव वशिष्ठ जब नगर निगम में एटीपी थे, तो उन्होंने शहर के कई दिग्गज बिल्डर्स और कालोनाइजरों की अवैध कामों पर अंकुश लगा दिया था। इसमें काला बतरा की अवैध दुकानें हो या फिर नानक बिल्डर्स द्वारा बनाई जा रही दुकाने। इन दुकानों को न केवल सील किया, बल्कि डिच भी चलाई।
इसके अलावा सुखदेव वशिष्ठ कई अवैध निर्माणों पर डिच चलवाई, जबकि कई कालोनियों के सीवर और पानी के कनैक्शन उखड़वा दिए। जिससे अवैध काम करने वाले बिल्डर्स और कालोनाइजर परेशान थे। सुखदेव इसके बाद दिल्ली चले गए। जिससे शहर में अवैध निर्माणों पर कोई अफसर डिच नहीं चला सका।
धडाधड़ अवैध निर्माण हो रहे हैं
आज शहर में स्थिति यह है कि धडाधड़ अवैध निर्माण हो रहे हैं। जिन इमारतों को सुखदेव वशिष्ठ ने सील किया था, या डिच चलवाई थी, निगम के कुछ अफसरों की मेहरबानी से वे इमारतें आज बनकर तैयार हो गई हैं। जिससे अब इन इमारतों की फिर से शामत आ सकती है।
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नगर निगम जालंधर के कमिश्नर आदित्य उप्पल ने सुखदेव वशिष्ठ को बिल्डिंग ब्रांच में फिर से एटीपी का प्रभार सौंपा है। जिससे एक बार फिर से आपरेशन डिमोलेशन शुरू हो सकता है। इस बार सुखदेव वशिष्ठ को शहर के सबसे पाश इलाके माडल टाउन और 66 फुटी रोड का एरिया सौंपा गया है। सुखदेव को सैक्टर 11, 12 और 12A में तैनाती की गई है।
कहीं दूसरे अफसरों के रंग में न रंग जाएं
चर्चा यह भी है कि पहले जैसे हालत नगर निगम में अब नहीं रह गए हैं। जिससे सुखदेव वशिष्ठ को कार्रवाई करने में इस बार दिक्कत हो सकती है। लोग यह भी कह रहे हैं कि बिल्डिंग ब्रांच के कुछ अफसरों की तरह सुखदेव वशिष्ठ रंग सकते हैं।