डेली संवाद, जालंधर। IKGPTU: आई.के.गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी (आई.के.जी पी.टी.यू) में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग छात्रों के लिए मुख्य परिसर में एक दिवसीय कार्यशाला “फैक्टरी आई.ओ” विषय पर आयोजित की गई। इस कार्यशाला का आयोजन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा किया गया। इसमें विशेषज्ञ के तौर पर वंडर ऑटोमेशन-ट्रेनिंग डिवीजन, औद्योगिक क्षेत्र, मोहाली से सदस्य शामिल हुए।
विभाग के 60 से अधिक विद्यार्थियों ने इस कार्यशाला में भाग लिया। विभाग के स्नातक (बैचलर) कोर्सेस के छात्रों का व्यावहारिक (प्रैक्टिकल) कौशल को बढ़ाने के उदेश्य से यह अकादमिक आयोजन किया गया। आमंत्रित विशेषज्ञों ने विभिन्न औद्योगिक स्वचालन प्रणालियों की शुरूआत पर विचार-विमर्श किया और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के वर्तमान पहलुओं में इसकी आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
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कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सुशील मित्तल और रजिस्ट्रार डॉ.एस.के.मिश्रा नेतृत्व रहा। वी.सी डॉ. मित्तल ने छात्रों को औद्योगिक स्वचालन प्रणालियों में कम्प्यूटेशनल तकनीकों में हो रहे विभिन्न विकासों के बारे में बताया। आई.के.जी पी.टी.यू के रजिस्ट्रार डॉ. एस.के. मिश्रा ने छात्रों को इस कार्यशाला में भाग लेने के लिए बधाई दी और उन्हें भविष्य में भी अपने औद्योगिक कौशल को नियमित रूप से अपडेट करने के लिए प्रेरित किया।
आई.के.जी पी.टी.यू के डीन अकादमिक डॉ. विकास चावला ने छात्रों को अपने भविष्य में इस कार्यशाला के परिणामों को और आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने छात्रों को अधिक अनुभवात्मक शिक्षा को बढ़ाने के लिए नियमित तौर पर ऐसी कार्यशालाओं के आयोजन की आवश्यकता पर बल दिया। एक दिवसीय इस कार्यशाला के दौरान, औद्योगिक विशेषज्ञों ने प्रोग्रामिंग लॉजिक नियंत्रकों की शुरूआत के बारे में बताया।
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उन्होंने रिले की तुलना में उनकी खूबियों की तुलना आगे लाने पर चर्चा की। कार्यशाला के दौरान सेंसर के साथ समन्वित स्वचालन की आवश्यकता पर भी विस्तार से चर्चा की गई। अंत में कार्यशाला किट के साथ सभी छात्रों की भागीदारी की सराहना की गई! कार्यशाला के दौरान, छात्रों ने अपने स्वयं के छोटे प्रोजेकट्स विकसित किए। उन्होंने नियंत्रक किट का उपयोग करके अभ्यास भी किया और विभाग के फैकल्टी सदस्यों के सामने अपने परिणाम प्रस्तुत किए। अंत में कार्यशाला प्रश्न उत्तर सत्र एवं एक समूह फोटोग्राफ के साथ समाप्त हुई।
विभागाध्यक्ष-इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, प्रो. (डॉ.) यादविंदर सिंह बराड़ ने मेहमानों का स्वागत किया और सभी छात्रों को जोश के साथ कार्यशाला में भाग लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि विभाग नियमित तौर पर अपने छात्रों एवं संकाय सदस्यों के लिए ऐसी गतिविधियाँ आयोजित करता है। कार्यशाला के समन्वयक डॉ. अखिल गुप्ता सहायक प्रोफेसर ने कार्यशाला के दायरे और अपेक्षित परिणामों से अवगत कराया।