डेली संवाद, जालंधर। Sharad Purnima 2023: आज शरद पूर्णिमा है। हिंदुओं में शरद पूर्णिमा का बड़ा ही धार्मिक महत्व है। यह दिन भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन लोग भगवान विष्णु और चंद्रमा की पूजा करते हैं। साधक इस दिन उपवास रखते हैं और सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना करते हैं।
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इसे आश्विन पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इसके अलावा कुछ लोग इसे कोजागरी या कोजागरा पूर्णिमा के नाम से भी जानते हैं। इस दिन के लिए ऐसे कई सारे नियम बताए गए हैं, जिसे अनदेखा नहीं करना चाहिए। तो आइए उन नियमों के बारे में जानते हैं।
शरद पूर्णिमा पर क्या न करें
- शरद पूर्णिमा के इस शुभ दिन पर भूलकर भी तामसिक भोजन न खाएं।
- इस दिन शराब का सेवन करने से बचें।
- इस खास दिन अपने बाल और नाखून न काटें।
- आश्विन पूर्णिमा के दिन अपने प्रिय या जीवनसाथी के साथ वाद-विवाद करने से बचें।
- किसी भी शुभ कार्य से बचें, क्योंकि इस दिन चंद्र ग्रहण भी है।
- जुए आदि में शामिल होने से बचें।
- भूलकर भी बड़े-बुजुर्गों का अपमान न करें।
शरद पूर्णिमा पर क्या करें
- इस दिन पूरी श्रद्धा और समर्पण के साथ व्रत रखें।
- भगवान विष्णु की पूजा करें।
- भगवान कृष्ण और माता राधा की पूजा करें, क्योंकि यह दिन उन्हें भी समर्पित है।
- चंद्र ग्रहण के कारण भगवान शिव की पूजा करना भी शुभ माना जाता है।
- इस दौरान मंत्र जाप करें, जो बेहद लाभकारी होगा।
- भगवान को भोग लगाना भी पुण्यदायी माना जाता है।
- ग्रहण शुरू होने से पहले खीर बनाकर चंद्रमा के नीचे रखें।
- इस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करें।
- गंगा नदी में पवित्र स्नान करना अत्यधिक शुभ माना जाता है।