डेली संवाद, चंडीगढ़/फिरोजपुर (सुनील प्रभाकर)। Punjab News: पाकिस्तान से लगता पंजाब का सरहदी शहर फिरोजपुर और छावनी को जोड़ने वाली बस्ती देश की केंद्रीय और राज्य सुरक्षा एजैंसियों के निशाने पर आ गई है। एक पूर्व विधायक के ड्राइवर के चचेरे भाई ने इस बस्ती में देश के दुश्मन पाकिस्तान की बदनाम खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) का अड्डा खोल दिया था। जिसका खुलासा अभी हाल ही में चंडीगढ़ पुलिस ने किया है।
चंडीगढ़ पुलिस ने फिरोजपुर से सिमरन गैंग के हैरोइन तस्करों को 4 किलो हैरोइन व 78 लाख ड्रग मनी सहित गिरफ्तार किया। चंडीगढ़ पुलिस के मुताबिक इस बस्ती से ऑस्ट्रेलिया काम करने के लिए गए युवक सिमरन जीत सिंह ने शॉर्टकट में अमीर बनने के लिए हिन्दुस्तान की दुश्मन पाकिस्तान की बदनाम खुफिया एजेंसी आईएसआई से हाथ मिला लिया।
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आईएसआई के कहने पर फिरोजपुर बॉर्डर से पाकिस्तानी नशा तस्करों से सप्लाई लेकर नशे को आगे सप्लाई करने का पूरा नेटवर्क खड़ा कर दिया। चंडीगढ़ पुलिस के मुताबिक फिरोजपुर सेंट्रल जेल में जगप्रीत जग्गी जो कि नशा तस्करी के केस में सजा काट रहा है वह भी नेटवर्क में शामिल था।
जेल में आने वाले युवाओं का ब्रेन वॉश करके उन्हें इस नेटवर्क में शामिल किया जाता था। पाकिस्तानी तस्कर ऑस्ट्रेलिया बैठे सिमरन को बता देते थे कि किस दिन पाकिस्तानी ड्रोन से कितनी हीरोइन और कहां पर गिराई जाएगी, सिमरन आगे इसकी जानकारी अपने नेटवर्क से फिरोजपुर सेंट्रल जेल में जगप्रीत जग्गी को देता था।
इसके बाद नेटवर्क मे शामिल बस्ती के युवाओं की वह सप्लाई को लाने की जिम्मेवारी दी जाती थी, इस नेटवर्क के युवा नशे की खेप एक जगह से दूसरी जगह ले जाते वक़्त ये कह कर निकलते थे की मिशन पर निकल रहे है। पाकिस्तानी ड्रोन कितने बजे हिन्दुस्तान सरहद में घुसपैठ करेगा और हेराइन की खेप गिरायेगा, यह सब जानकारी पाकिस्तान से ऑस्ट्रेलिया सिमरन को और सिमरन फिरोजपुर सेंट्रल जेल फिरोजपुर मे बंद जगप्रीत जग्गा को देता था।
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सिमरन की तरह शॉर्टकट में अमीर बनने के चक्कर में बस्ती के ही कुछ युवा सिमरन के साथ हाथ मिलाकर उसके गैंग में शामिल हो चुके हैं और पाकिस्तान की एजेंसी आईएसआई के इशारे पर कम कर रहे हैं। नशा तस्करी को अंजाम दे रहे हैं सरहद पार से होने वाली नशे तस्करी को सहयोग कर रहे हैं।
ऐसा नहीं की बस्ती के सभी युवा कि नेटवर्क में शामिल हैं। बस्ती में बड़े बड़े देशभक्त पढ़े-लिखे ऑफिसर युवक भी है। चंडीगढ़ पुलिस केस ने इस मामले के संबध मे केंद्र की एनसीबी एनआईए और पंजाब पुलिस को सूचित कर दिया है। सरहद पार से बस्ती में बने नेटवर्क को खंगालने में जुट गए हैं। चंडीगढ़ पुलिस के मुताबिक इस नेटवर्क से हर साल हर महीने 5 से 8 किलो हीरोइन की सप्लाई सरहद पार से ली जाती थी। इसमें कितने युवा शामिल हैं, अब इसकी जांच चल रही है।