डेली संवाद, जालंधर। DIPS: डिप्स स्कूल के बच्चों ने विश्व टाइगर दिवस मनाते हुए बच्चों ने मिलकर टाइगर को बचाने का संदेश दिया। इस दौरान बच्चों ने पोस्टर बनाए, ड्राइंग, कलरिंग करके, मास्क पहन कर सेव टाइगर के स्लोगन लिखे। विद्यार्थियों ने बताया कि बाघ अलग अलग रंग जैसे सफेद, काली धारियों वाला सफेद व भूरा और गोल्डन टाइगर होता है।
टाइगर को चलते हुए देखना बहुतं ही अद्भुत नजारा होता है। इन गतिविधियों के माध्यम से बच्चों ने बहुत ही सुंदर तरीके से अपने सहपाठियो को टाइगर से जुड़े तथ्यों से अवगत करवाया। टीचर्स ने बच्चों की जानकारी में वृद्धि करते हुए बताया कि बाघ का वैज्ञानिक नाम पैंथरा टाइग्रिस है और दुनिया के 70 फीसदी बाघ भारत में पाए जाते है।
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भारत में पाए जाने वाले टाइगर मुख्य रूप से बांग्लादेश, नेपाल, भूटान चीन और म्यांमार में पाए जाते है लेकिन अब इनकी संख्या में भी कमी आ रही है। विश्व भर में इन्हें बचाने के लिए विभिन्न तरह के अंतरराष्ट्रीय संगठन बनाए गए है, साथ ही इनके अवैध शिकार और बाघ के शरीर के अंगों जैसे हड्डी, त्वचा की तस्करी पर भी रोक लगा दी गई है क्योंकि यह उनके लिए काफी खतरे की बात है।
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प्रिंसिपल मोनिका सचदेवा ने कहा कि इस तरह की गतिविधियां करवाने का मुख्य मकसद विदयार्थियों का सर्वागीण विकास है। इससे विद्यार्थी समाज से जुड़े विभिन्न मुद्दों से अवगत होते है और खुद को समाज के प्रति जिम्मेदार मनाते है। सीईओ मोनिका मंडोत्रा न सभी छात्रों और शिक्षकों के इस प्रयत्न की सराहना करते हुए उन्हें प्रोत्साहित किया।