डेली संवाद, चंडीगढ़। Bloody Daddy: शाहिद कपूर की फिल्म ‘ब्लडी डैडी’ (Bloody Daddy) का ट्रेलर रिलीज होने के बाद से ही फैंस फिल्म रिलीज का इंतजार कर रहे थे। 9 जून को फिल्म Jiocinema पर रिलीज हो चुकी है ‘ब्लडी डैडी’ पर बात आगे बढ़ाने से आपको कुछ लाइन्स में स्टोरी बता देते हैं। फिल्म की कहानी बस 24 घंटे का किस्सा है। जहां नरकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो का अंडर कवर अफसर सुमेर (शाहिद कपूर) 50 करोड़ का ड्रग्स जब्त कर लेता है।
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बस यहीं से असली कहानी शुरू होती है। सुमेर को ड्रग माफिया के सरगना सिकंदर (रोनित रॉय) का कॉल आता है। वो उसके सामने एक डील रखता है। ये डील कोई छोटी मोटी डील नहीं है। सिकंदर ने सुमेर के बेटे अर्थव को किडनैप कर लिया है। अब सुमेर अगर ड्रग वापस नहीं लौटाएगा, तो उसे अपने बेटे की जान गंवानी पड़ेगी।
ऐसे में सुमेर अपने बेटे की जान बचाने के लिए ड्रग माफिया की बात मान लेता है और ड्रग लौटाने के लिए होटल पहुंच जाता है। यहां ट्विस्ट ये है कि सुमेर ने कि सुमेर ने होटल में जहां ड्रग से भरे बैग को छिपाया था। वो वहां से गायब हो जाता है। बस यहीं से पिक्चर का क्लाइमेक्स शुरू होता है।
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फिल्म ‘ब्लडी डैडी’ उन लोगों को बहुत पसंद आएगी जिन्हें हीरो-हीरोइन के बगीचों में लगने वाले चक्कर बिल्कुल नहीं भाते और उन्हें भी जिन्हें तोता-मैना की कहानियों में जरा भी दिलचस्पी नहीं है। ये फिल्म उन हिंदी भाषी दर्शकों के लिए है जो अपनी पसंद की प्यास कभी ‘द घोस्ट राइडर’ तो कभी ‘जॉन विक’ सीरीज की फिल्मों से पूरी करते हैं। यहां शाहिद कपूर का किरदार देसी जॉन विक सरीखा है। वह नारकोटिक्स विभाग में काम करता है।