डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: नगर निगम के कमिश्नर के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए प्रताप बाग में सील की गई तीन बड़े शोरूम के ताले को कांग्रेस के एक नेता ने देर रात तुड़वा दिया। बावजूद सरकारी ताला तोड़ने वाले राघव ट्रेडिंग, प्रकाश ट्रेडिंग और गुरमीत ट्रेडिंग के मालिकों पर निगम कमिश्नर एफआईआर तक दर्ज नहीं करवा पा रहे हैं, जबकि एटीपी से लेकर एमटीपी ने एक सप्ताह पहले एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश की थी।
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नगर निगम की टीम ने इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की ओपन स्पेस की सरकारी जमीन पर बनाई गए शोरूम को नोटिस भेजकर आधी रात सील कर दिया था। इसके दो दिन बाद ही इन इमारतों के मालिकों ने खुद सील तोड़ दी। जिस पर एटीपी और एमटीपी ने निगम कमिश्नर दविंदर सिंह को राघव ट्रेडिंग, प्रकाश ट्रेडिंग और गुरमीत ट्रेडिंग के मालिकों के खिलाफ FIR दर्ज करवाने के लिए सिफारिश की थी।
जानकारी के मुताबिक प्रताप बाग में अस्पताल के साथ इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की ओपन स्पेस की जमीन को न केवल रजिस्ट्री करवाई गई, बल्कि उसका रिहाइशी नक्शा भी पास करवा लिया गया। हैरानी की बात तो यह है कि नक्शा रिहाइशी का पास करवाया गया, लेकिन मौके पर तीन बड़े शोरूम बना कर सैनेटरी का काम शुरू कर दिया गया।
इसकी शिकायत पूर्व पार्षद के पति ने किया। जिसके बाद कमिश्नर ने इन तीनों शोरूम को सील करने के आदेश दिए। नगर निगम के एटीपी और उनकी टीम ने आधी रात 10 अक्तूबर को तीनों शोरूम को सील कर दिया। लेकिन इन तीनों शोरूमों के मालिक ने मंगलवार आधी रात को कांग्रेस के एक नेता की मौजूदगी में निगम की साल तोड़ दिए।
कविता जिंदल पर भी होगी FIR
मंडी फैंटनगंज में अवैध रूप से कामर्शियल इमारत को दो बार सील किया गया। दोनों बार इमारत के मालिकों ने सील तोड़ दिया। जिससे अब इस इमारत के मालकिन कविता जिंदल उनके पति समेत चार लोगों के खिलाफ एफआईआऱ दर्ज करवाने के लिए पुलिस कमिश्नर को चिट्ठी लिखी गई है।
लाडोवाली रोड पर बांसल की इमारत पर आखिर मेहरबानी क्यों
लाडोवाली रोड पर संत नगर फाटक के पास एक कामर्शियल इमारत पर दिखावे के लिए डिच चलाई गई। जबकि इस इमारत में सीढ़ियां ही गलत नहीं बनी, बल्कि बेसमेंट की खुदाई भी गलत है। यही नहीं, सैंकेंड फ्लोर भी गलत ढंग से बनाया जा रहा है। इस इमारत की ग्राउंड फ्लोर और पहली मंजिल का नक्शा पास किया गया था। नक्शे के अनुसार आगे पार्किंग के लिए छोड़ी गई थी। लेकिन अब मौके पर पार्किंग के लिए छोड़ी गई जगह पर सीढ़ियां बना दी गई और बेसमेंट भी बना लिया गया।
निगम कमिश्नर को भेजी गई रिपोर्ट के मुताबिक नक्शे में केवल ग्राउंड फ्लोर और पहली मंजिल ही पास बताया गया है। जबकि मौके पर बेसमेंट बनाया गया है, इसके अलावा दूसरी मंजिल भी बनाई जा रही है। शिकायत के बाद निगम टीम यहां डिच मशीन लेकर पहुंची थी, सीढ़ियों पर डिच से टक्कर भी मारी गई, लेकिन एक भी स्टेप नहीं तोड़ा गया। यही नहीं, आज भी दूसरी मंजिल पर निर्माण चल रहा है। साथ ही बेसमेंट वैसे का वैसा ही है।
किरन बुक शाप कब होगी सील
माईहीरा गेट में किरन बुक शाप की कामर्शियल इमारत के मालिक को नगर निगम ने भले ही नोटिस भेज गिया, लेकिन अभी तक कोई कार्ऱवाई नहीं की गई। जिससे निगम अधिकारियों के नोटिस शक के घेरे में आ गए हैं। हालांकि अन्य जगहों पर अवैध निर्माणों को गिराया जा रहा है, उसे सील किया जा रहा है, लेकिन किरन बुक शाप पर कार्ऱवाई नहीं की जा रही है।
पूर्व की कांग्रेस सरकार के समय एक विधायक के पीए ने किरन बुक शाप के मालिक के साथ सैटिंग कर बिना नक्शे और फीस जमा करवाए ही कामर्शियल कंस्ट्रक्शन किया। उस एमटीपी रहे मेहरबान सिंह, एटीपी रहे वजीर राज और इंस्पैक्टर रहे मुनीष अरोड़ा ने पहले इस निर्माण को होने दिया, जब इसकी शिकायतें आई तो इसे रोक दिया गया। बाद में दिखाने के लिए एटीपी वजीर राज ने इस इमारत को सील कर दिया।
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लेकिन बाद में इस इमारत की फिर सील खुद गई। किरन बुक शाप के मालिक का कहना है कि नगर निगम के मुलाजिम ने ही सील खोली थी। लेकिन जिस एफिडेविट पर सील इमारत खोली गई थी, उस दस्तावेजों को आज तक पूरा नहीं किया जा सका है। जिससे इसे फिर से सील करने के लिए नोटिस जारी किया गया, लेकिन 15 दिन बाद भी कोई एक्शन नहीं हो रहा है।
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