डेली संवाद, नई दिल्ली। World Bank: विश्व बैंक एक बार फिर कोरोना के दौर में मोदी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का अनुयायी बन गया है। विश्व बैंक ने न केवल भारत सरकार की प्रशंसा की है बल्कि अन्य देशों को भी इससे सीखने की सलाह दी है। विश्व बैंक के अध्यक्ष डेविड मालपास ने बुधवार को कहा कि भारत ने कोविड-19 महामारी संकट के दौरान जिस तरह से गरीबों और जरूरतमंदों की मदद की है वह असाधारण है। विश्व बैंक के प्रमुख डेविड मलपास ने ‘गरीबी और पारस्परिक समृद्धि रिपोर्ट’ जारी करते हुए कहा कि अन्य देशों को भी व्यापक सब्सिडी के बजाय भारत को लक्षित नकद ट्रांसफर जैसे कदम उठाने चाहिए।
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डेविड मालपास ने कहा कि गरीबों को महामृ की सबसे बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है। उन्होंने कहा कि गरीब देशों और अर्थव्यवस्थाओं में गरीबी बढ़ी है जो कि अधिक अनौपचारिक हैं, सामाजिक सुरक्षा प्रणालियां जो कमजोर हैं और वित्तीय प्रणाली जो कम विकसित हैं। इसके बावजूद कई विकासशील अर्थव्यवस्थाओं ने कोविड-19 के दौरान उल्लेखनीय सफलता हासिल की है।
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विश्व बैंक के अध्यक्ष ने कहा कि डिजिटल नकद हस्तांतरण के माध्यम से भारत ग्रामीण क्षेत्रों में 85 प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों में 69 प्रतिशत परिवारों को भोजन और नकद सहायता प्रदान करने में सक्षम है, जो उल्लेखनीय है। दूसरी ओर, दक्षिण अफ्रीका ने सामाजिक सुरक्षा कवरेज में सबसे बड़ा विस्तार किया और गरीबी राहत पर $6 बिलियन खर्च किए, जिससे लगभग 29 मिलियन लोग लाभान्वित हुए।