डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar Smart City Scam: जालंधर में स्मार्ट सिटी घोटाले में एक इंडस्ट्रियलिस्ट का नाम भी जुड़ने लगा है। यह इंडस्ट्रियलिस्ट स्मार्ट सिटी के बूढ़े इंजीनियर और उसके चेले के साथ मिलकर एक उच्च अधिकारी के कहने पर रोड रिपेयरिंग और रोड कंस्ट्रक्शन का ठेका हासिल करता है, जबकि इस फाइप फिटिंग इंडस्ट्री मालिक न तो कभी ठेकेदार रहा न ही कभी रोड कंट्रक्शवन का काम किया। जिससे स्मार्ट सिटी के गुरु-चेले की मंशा साफ नजर आ रही है।
जालंधर के स्मार्ट सिटी की धांधली को उजागर कर जिम्मेदार अफसरों के खिलाख सख्त लड़ाई लड़ने वाले जालंधर सैंट्रल हलके के विधायक रमन अरोड़ा ने पिछले दिनों स्मार्ट सिटी के सीईओ दविंदर सिंह से इसकी जांच के लिए कहा था। जांच में पता चला है कि सरफेस वाटर प्रोजैक्ट में रोड कंस्ट्रक्शन का काम एक ऐसे इंडस्ट्रयलिस्ट को सौंपा गया, जिसके पास इस काम का कोई अनुभव नहीं है। हैरानी की बात तो यह है कि स्मार्ट सिटी के पूर्व सीईओ करणेश शर्मा, प्रोजैक्ट हेड कुलविंदर सिंह ने एक पाइप फिंटिंग की इंडस्ट्री चलाने वाले उद्योगपति को रोड बनाने का काम सौंपा।
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हालांकि इस मसले पर जब बात करने के लिए पूर्व सीईओ करणेश शर्मा और प्रोजैक्ट हेड कुलविंदर सिंह को फोन किया गया तो उन्होंने फोन पर कोई जवाब नहीं दिया। फिर भी अगर ये दोनों अधिकारी अपना पक्ष रखते हैं तो डेली संवाद उसे जरूर प्रकाशित करेगा। स्मार्ट सिटी में कार्यरत एक अफसर ने बताया कि स्मार्ट सिटी के तहत जिस कंपनी को सड़क निर्माण का काम सौंपा गया है, उसके पास न तो कोई अनुभव है और न ही किसी तरह से उसके पास कोई प्लांट है।
यह बात निकलकर सामने आई कि उक्त कंपनी जालंधर के इंडस्ट्रियल इलाके में एक पाइप फिंटिंग की इंडस्ट्री चलाता है, उसके पास न तो सड़क बनाने का कोई अनुभव है न ही उसके पास सड़क बनाने को लेकर किसी तरह का प्लाट और अन्य संसाधान। इस इंडस्ट्रियलिस्ट्स पर उसी गुरु-चेले की मेहरबानी हुई है, जिसने स्मार्ट सिटी के 1000 करोड़ रुपए में दीमक की तरह चिपके हुए हैं। कहा यह भी जा रहा है कि इंडस्ट्रियलिस्ट के साथ इस गुरु चेले की पार्टनरशिप है। जिससे एक पाइप इंडस्ट्री के मालिक को करोड़ों रुपए से सड़क बनाने का ठेका दे दिया गया।
चेले की नौकरी दांव पर, बूढा इंजीनियर मैनेज करने में जुटा
स्मार्ट सिटी के ‘चेले’ की नौकरी दांव पर है। महज 25,000 रुपए महीने की नौकरी करने वाला स्मार्ट सिटी के बूढ़े इंजीनियर के इस चेले के खाते में 90 लाख रुपए जमा होना बताया जा रहा है। एक खाते में 4 लाख रुपए, बल्कि तीन अन्य बैंक खातों में लाखों रुपए जमा हैं। जिस खाते में 4 लाख रुपए हैं, वह आईसीआईसीआई बैंक में है। बताया जा रहा है इस चेले का तीन औऱ बैंक खाता अन्य बैंकों में है।
उधऱ, इस संबंध में विजीलैंस के अधिकारी से बातचीत की गई तो उन्होंने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि स्मार्ट सिटी के कुछ कारिंदों पर उनकी टीम की नजर है। ऊपर से आदेश के बाद उन्हें काबू कर पूछताछ किया जाएगा। अधिकारी के मुताबिक स्मार्ट सिटी के घोटालों से संबंधित सभी फाइल उनके पास है, उनकी पूरी तैयारी है। हालांकि बूढ़ा इंजीनियर इन सब धांधली को मैनेज करने में जुटा है। जिसकी मदद चंडीगढ़ बैठे एक उच्च अधिकारी कर रहे हैं।
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