डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar Smart City Scam: स्मार्ट सिटी के घोटाले की परते खुलने लगी हैं। डेली संवाद पर लगातार खबरें प्रकाशित होने के बाद जालंधर सैंट्रल हलके के विधायक रमन अरोड़ा ने इसकी स्थानीय निकाय मंत्री इंदरबीर सिंह निज्जर से जांच करवाने की मांग की थी। इसके साथ केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने पूरे मामले में सख्ती बरती है। इसके बाद स्मार्ट सिटी के नए सीईओ दविंदर सिंह ने जांच शुरू कर दी है।
स्मार्ट सिटी के सीईओ और नगर निगम के कमिश्नर दविंदर सिंह ने आज स्मार्ट सिटी के प्रोजैक्ट हैड कुलविंदर सिंह को निगम मुख्यालय तलब किया। इसके साथ ही नगर निगम के एसई रजनीश डोगरा समेत एक्सईएन, एसडीओ औऱ जेई से रिपोर्ट तलब की है। सूत्र बता रहे हैं कि 21 करोड़ रुपए के प्रोजैक्ट वाले पार्कों के सौंदर्यीकरण के काम में 8 करोड़ रुपए का भुगतान बिना वेरीफिकेशन के किया गया है।जिससे सरकार को तगड़ा चूना लगा है।
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इसकी शिकायत विधायक रमन अरोड़ा ने स्थानीय निकाय मंत्री से की थी। इसके बाद मंत्री ने सीईओ दविंदर सिंह से पूरी जांच रिपोर्ट मांगी है। इसके बाद दविंदर सिंह ने आज स्मार्ट सिटी के प्रोजैक्ट हेड कुलविंदर सिंह को निगम मुख्यालय तलब किया और पूछताछ की है। इसके साथ ही रजनीश डोगरा से पूरी रिपोर्ट मांगी गई है। इस संबंध में प्रोजैक्ट हैड कुलविंदर सिंह का पक्ष जानने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
चार साल तक चुप्पी, अब नजर आया घोटाला
स्मार्ट सिटी के 1000 करोड़ रुपए के काम में कांग्रेस राज में जमकर धांधली चली। तब मेयर जगदीश राजा ने मौन रहे। अब जब आम आदमी पार्टी के सरकार आई औऱ उनके विधायक रमन अरोड़ा ने इसकी जांच शुरू करवाई, तो मेयर जगदीश राजा भी इसमें धांधली की बात कहने लगे। पिछले साढ़े चार से मौन रहने वाले मेयर जगदीश राजा औऱ कुछ पार्षदों ने इसमें घपला बताया, लेकिन जब इनके हलके में हो रहे विकास कामों में धांधली हो रही थी, तो ये सभी मौन रहे।
पूर्व मेयर ने बताया सबसे बड़े घोटाला
भारतीय जनता पार्टी के नेता और पूर्व मेयर सुनील ज्योति ने ने आरोप लगाया है कि जालंधर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स में बड़ा घपला हो रहा है। इसके लिए मेयर जगदीश राज राजा, प्रोजेक्ट के पूर्व सीईओ करनेश शर्मा और कांग्रेस सरकार के समय में लोकल बाडी डिपार्टमेंट में तैनात रहे बड़े अधिकारी इसके लिए जिम्मेदार हैं।
पूर्व मेयर सुनील ज्योति ने कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान यह प्रक्रिया पूरी हुई और जालंधर का यह सौभाग्य रहा कि करीब 1900 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट शहर के लिए तैयार किए गए। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के सभी प्रोजेक्ट में गड़बड़ी है लेकिन वह सिर्फ इस समय चर्चा में बने हुए एलईडी प्रोजेक्ट का ही जिक्र करेंगे।
कांग्रेस ने सत्ता में आने के बाद इस प्रोजेक्ट को रद किया
पूर्व मेयर ने कहा कि 2016 में उनके मेयर रहते ही यह प्रोजेक्ट शुरू कर दिया गया था और ठेकेदार ने पूरे शहर में अपने खर्च पर लाइट लगानी थी। बिजली की बचत भी 60 प्रतिशत थी जबकि इस समय जो कंपनी काम कर रही वह सिर्फ 50 प्रतिशत सेविग दे रही है। कांग्रेस ने सत्ता में आने के बाद इस प्रोजेक्ट को रद कर दिया।
कांग्रेस अपना प्रोजेक्ट लाई जिसमें स्मार्ट सिटी कंपनी के करीब 58 करोड रुपये खर्च किए गए हैं। इसके बावजूद खुद ही कांग्रेसी इसमें गड़बड़ी का आरोप लगा रहे हैं। मेयर जगदीश राज राजा एलईडी प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाकर खुद जिम्मेदारी से भागना चाहते हैं।
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