डेली संवाद, जालंधर
जालंधर सैंट्रल हलके में युवा दलित नेता प्रवीण पहलवान के कांग्रेस से अलग होकर AAP में जाने पर कांग्रेस को खासकर राजिंदर बेरी को बड़ा झटका लगा है। प्रवीण पहलवान युवाओं में खासे लोकप्रिय हैं और सैंट्रल हलके के लद्देवाली, रामामंडी समेत चौगिट्टी जैसे इलाके में खासा प्रभाव रखते हैं। जिससे आसपास के दलित बाहुल्य वाले वार्डों में कांग्रेस का बड़ा नुकसान होना तय माना जा रहा है।
प्रवीण पहलान के कांग्रेस से अलग होकर AAP में जाने के बाद इन वार्डों में AAP का जनाधार बेहद मजबूत होगा और इन दलित बाहुल्य वार्डों में AAP के प्रत्याशी की जीत सुनिश्चत होगी। सूत्र बता रहे हैं कि कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक राजिंदर बेरी ने प्रवीण पहलवान को मनाने की बहुत कोशिश की, लेकिन प्रवीण पहलवान के साथियों ने उन्हें अलग होकर चुनाव लड़ने का सुझाव दिया, जिससे उन्हें यह फैसला लेना पड़ा।
आपको बता दें कि प्रवीण पहलवान इससे पहले निर्दलीय रूप से कौंसलर का चुनाव लड़ चुके हैं। 2017 में जब कांग्रेस ने प्रवीण पहलवान को टिकट नहीं दिया तो उन्होंने निर्दलीय रूप से चुनाव लड़ा था और महज कुछ वोट चुनाव हार गए थे। इसके बाद कांग्रेस के तत्कालीन विधायक राजिंदर बेरी ने प्रवीण पहलवान को मना लिया और फिर कांग्रेस में वापस ले आए थे।
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