डेली संवाद, जालंधर
महाराजा रंजीत सिंह एवेन्यू के राम विहार में जिस निर्माण को अवैध बताकर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के अधिकारियों नो तोड़ने का प्रयास किया, उसे लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। इस प्लाट के मालिक राजीव बांसल ने कहा है कि जिस जमीन पर वे निर्माण करवा रहे थे, वह जमीन उनकी है। इस जमीन के सभी कागजात उनके पास हैं। जमीन की रजिस्ट्री उनके नाम पर है।
राजीव बांसल ने कहा है कि प्लाट पर कामर्शियल निर्माण के लिए नगर निगम से नक्शा पास करवाया, सीएलयू फीस जमा की। इसके लिए इंप्रूवमेंट ट्रस्ट ने भी हमें नो आब्जक्शन सर्टिफिकेट (NOC) दे चुका है। बावजूद इसके ट्रस्ट के इंजीनियर आकर गालीगालौच किया और निर्माण को गिराने की कोशिश की।
उन्होंने धक्कामुक्की शुरू कर दी
राजीव बांसल ने आरोप लगाया है कि इस जमीन पर निर्माण के समय ट्रस्ट के कुछ मुलाजिम आए थे। तब उनका बेटा निर्माण स्थल पर है। बेटे से ट्रस्ट के उन मुलाजिमों ने 50,000 रुपए की मांग की। उस पर बेटे ने सभी दस्तावेज दिखाए, जिससे ट्रस्ट के मुलाजिम वापस चले गए।
राजीव बांसल के मुताबिक बुधवार को अचानक फिर से कुछ लोग आए और निर्माण को गिराने लगे। पूछने पर वे लोग बदमाशी पर उतर आए। उनके साथ आए लोगों ने बताया कि वे ट्रस्ट के इंजीनियर है, जो निर्माण करवा रहे हो ये अवैध है। इसके बाद जब उनसे नोटिस या अन्य की बात को गई तो उन्होंने धक्कामुक्की शुरू कर दी।
राजीव बांसल झूठ बोल रहे हैं
उधर, एक्सईएन जसवंत सिंह ने कहा है कि ये सभी झूठे आरोप है। शिकायत के बाद इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के अधिकारी औऱ मुलाजिम कार्रवाई के लिए पहुंचे थे। अगर राजीव बांसल के पास दस्तावेज हैं, तो उसे जमा करवाएं। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट का कोई भी मुलाजिम किसी से पैसा नहीं मांगता।