चंडीगढ़। पंजाब से बड़ी खबर है। शिरोमणि अकाली दल की मुख्य सलाहकार रजिंदर कौर मीमसा ने शनिवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। मीमसा ने अपने फेसबुक पेज पर इस्तीफा शेयर करते हुए कहा कि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल डेरा सच्चा सौदा से जुड़े हर्ष धूरी और डेरे की मैनेजमेंट कमेटी के मेंबर जगजीत सिंह से मिलते रहे हैं।
गौरतलब है कि हर्ष धूरी पंजाब में वर्ष 2015 में हुई बेअदबी की घटनाओं की साजिश रचने का आरोपी हैं और अदालत उसे भगौड़ा करार दे चुकी है। ऐसे में मीमसा के आरोपों के बाद पंजाब की सियासत में उबाल लाना तय है। उधर अकाली दल ने शुक्रवार को ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात का अंदेशा जता दिया था कि रजिंदर कौर मीमसा पार्टी प्रधान पर ऐसे आरोप लगा सकती हैं।
रजिंदर कौर मीमसा ने वीडियो जारी किया
रजिंदर कौर मीमसा ने शनिवार को एक वीडियो जारी कर कहा कि सुखबीर बादल वर्ष 2017 में हुए पंजाब विधानसभा के चुनाव से पहले और बाद में हर्ष धूरी व जगजीत सिंह से मिलते रहे। वीडियो में मीमसा ने कहा कि वह उस पार्टी का हिस्सा नहीं रह सकतीं, जिसके अध्यक्ष बेअदबी के आरोपियों से मिलते रहे हों। सुखबीर बादल को स्पष्ट करना चाहिए कि वह आखिर हर्ष धूरी और जगजीत सिंह जैसे भगौड़े लोगों से क्यों मिले?
दिल्ली में कोठी पर मिले सुखबीर
मीमसा के अनुसार, वह दिसंबर-2016 में नई दिल्ली में 12 सफदरजंग रोड स्थित सुखबीर बादल की रिहायश पर उनसे मिलने गईं। डेरा सच्चा सौदा से जुड़ा हर्ष बंसल उर्फ हर्ष धूरी और जगजीत सिंह पहले से वहां मौजूद थे। चूंकि हर्ष धूरी उनके एरिया से ही है इसलिए उसने उनसे भी बात की।
मीमसा ने कहा, ‘वर्ष 2017 में पंजाब विधानसभा चुनाव का रिजल्ट आने से पहले और बाद में मैं 9 से 10 बार सुखबीर की रिहायश पर उनसे मिलीं और इनमें से दो बार डेराप्रेमी हर्ष धूरी व जगजीत सिंह मुझे वहां मिले। मैंने सुखबीर और इन दोनों को गंभीर बातें करते हुए सुना। एक बार तो सुखबीर ने दोनों को जाने से पहले यह भी कहा कि यार, फोन फान कर लिया करो। मुझे भी मरवाओगे। एक बार उसने दोनों को सुखबीर से यह कहते सुना कि अब तो आपकी सरकार बन गई है। हमारा भी कुछ करो। इस पर सुखबीर ने दोनों से कहा कि आपका इंतजाम कर दिया है। फोन आ जाएगा।’
बेअदबी की घटनाओं में भगौड़ा है हर्ष धूरी
पंजाब के फरीदकोट जिले के बुर्ज जवाहर सिंह वाला गांव के गुरुद्वारा साहिब से 1 जून 2015 को श्री गुरु ग्रंथ साहिब का पावन स्वरूप चोरी हुआ। 24 सितंबर 2015 को इसी गुरुद्वारे के बाहर पोस्टर लगाकर बेअदबी करने की चेतावनी दी गई।
12 अक्टूबर 2015 को फरीदकोट जिले के ही बरगाड़ी गांव में गुरुद्वारे के सामने गली में पावन स्वरूप के अंग बिखरे हुए मिले। इससे नाराज सिख संगठनों और संगत ने फरीदकोट जिले के कोटकपूरा कस्बे और बहबलकलां गांव के बाहर नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया।
Shiromani Akali Dal की मुख्य सलाहकार का इस्तीफा। Sukhbir Badal पर लगाए सनसनीखेज आरोप, देखें VIDEO
https://www.youtube.com/watch?v=w1_ti3bU-Ws