डेली संवाद, जालंधर
पंजाब प्रेस क्लब के स्वंभू प्रधान को लेकर पत्रकारों ने डिप्टी कमिश्वर घनश्याम थोरी से शिकायत की है। पत्रकारों ने शिकायत करते हुए कहा है कि पंजाब प्रेस क्लब की एनुअल जनरल मीटिंग AGM में धक्केशाही की गई और गैर संवैधानिक तरीके से प्रधान चुना गया। पत्रकारों ने डीसी से मांग की है कि इस एजीएम की पूरी वीडियो और तस्वीरों की जांच की जाए और प्रधानगी की नियुक्ति को रद्द किया जाए।
पंजाब प्रेस क्लब की AGM में मनमाने तरीके से प्रधान चुने जाने के गैर संवैधानिक बताते हुए पत्रकार राजेश थापा और अन्य पत्रकारों ने डिप्टी कमिश्वर घनश्याम थोरी से शिकायत की है। राजेश थापा ने शिकायत में लिखा है कि प्रधान लखविंदर सिंह जौहल ने पंजाब प्रेस क्लब के संविधान को तार-तार कर दिया है।
पत्रकारों ने नारेबाजी शुरु की और इसे गैर संवैधानिक बताया
राजेश थापा ने कहा है कि लखविंदर सिंह जौहल ने पत्रकारों के भारी विरोध के बावजूद सतनाम मानक को प्रधान बनाने की घोषणा की। सतनाम मानक के प्रधान पद की घोषणा होते ही पत्रकारों ने नारेबाजी शुरु की और इसे गैर संवैधानिक बताया। इस दौरान लखविन्दर जौहल यह भूल गए कि सर्वसम्मति से प्रधान चुनने की सही क्या प्रक्रिया है।
डीसी को दिए शिकायत में पत्रकारों ने कहा है कि लखविंदर सिंह जौहल ने सर्वसम्मित से प्रधान चुनने की प्रक्रिया को अनदेखी किया और पुरानी बॉडी को भंग किए बगैर ही नई बाडी चुनने का ऐलान कर दिया। यही नहीं, लखविंदर सिंह जौहल ने नेगेटिव वोट में हाथ उठाने वालों की गिनती करना भी भूल गए।
पढ़ें डीसी को भेजा गया शिकायत पत्र
इस मामले में अदालत जा रहे है
उधर, सतनाम मानक और लखविंदर जौहल का यही कहना है कि सब कुछ नियमों के मुताबिक हुआ है। डीसी को लिखे पत्र में राजेश थापा, रमेश गाबा समेत कई पत्रकारों ने कहा है कि एक तरफ चुनाव घोषित किये गए दूसरी तरफ AGM में जबरन प्रधान चुन लिया। यहां तक कि पुरानी टीम को रद्द भी नही किया और नए प्रधान के विरोध में उठे हाथ वाली वोट गिनी भी नही गयी। राजेश थापा का कहना है कि वो इस मामले में अदालत जा रहे है।