डेली संवाद, जालंधर
जालंधर शहर में सरकारी खजाने को चपत लगाने और नगर निगम को कंगाल करने के लिए सरकारी अफसरों ने ठेका ले लिया। जो करोड़ो रुपए फीस के रूप में निगम खजाने में जमा होनी चाहिए, उसे कुछ अफसर अपनी जेब में भर रहे हैं। हैरानी की बात तो यह है कि मेयर जगदीश राजा मौन हैं और उनके ही कौंसलर खुलेआम लूट के लिए ठेकेदारों को NOC बांट रहे हैं।
ताजा मामला शहर की सड़कों को छलनी करना का है। रोड कटिंग की फीस सरकारी खजाने में जमा न होकर बीएंडआर के इंजीनियरों और कुछ अफसरों की जेब में जा रहा है। रात के अंधेरे में शहर की सड़कों में सुराग किया जा रहा है और उसके एवज में निगम अफसर पैसे खा रहे हैं। हैरानी की बात तो यह है कि कौंसलर इस धांधली के लिए अपने लैटर पैड पर NOC भी दे रहे हैं।
डिजिटल फाइबर प्राइवेट लिमिटेड ने नगर निगम के कुछ अधिकारियों औऱ कौंसलरों के साथ मिलकर करोड़ों रुपए के फीस का गबन किया है। अंडरग्राउंड केबिल बिछाने के लिए डिजिटल फाइबर प्राइवेट लिमिटेड ने नगर निगम में अप्लीकेशन दिया था। जिस पर निगम के इंजीनियर ने रिपोर्ट तलब की थी। यह रिपोर्ट अभी तक नहीं आई, लेकिन कंपनी ने सड़कों को खोखली बनाने का काम शुरु कर दिया।
शहर के कई हिस्सों में डिजिटल फाइबर प्राइवेट लिमिटेड की मशीन सड़कों में सुराग कर रही है, लेकिन रोड कटिंग का एक रुपया भी सरकारी खजाने में जमा नहीं किया गया। सबसे बड़ी हैरानी तो यह है कि नगर निगम के इंजीनियर ने इस काम को रुकवाया भी नहीं, उधर कौंसलर अपने लेटर हैड पर एनओसी देकर मालामाल हो रहे हैं।