जयपुर/नई दिल्ली। ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के बाद अब कांग्रेस के एक और युवा नेता जितिन प्रसाद ने बीजेपी का दामन थाम (Jitin Prasada joins BJP) लिया है. पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितिन प्रसाद आज विधिवत रूप से बीजेपी में शामिल हो गए. उनके बीजेपी में शामिल होने के बाद राजनीतिक क्षेत्र से प्रतिक्रियाएं आने का सिलसिला भी जारी है।
इनमें राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि मैं नहीं जानता कि वे कितने बड़े नेता हैं. उन्होंने कहा कि मैंने जितिन प्रसाद का नाम सुना है लेकिन कभी उनसे मिला नहीं. उनके बीजेपी में शामिल होने पर खाचरियावास ने कहा कि यह वक्त बीजेपी-कांग्रेस में आने जाने का नहीं हैं बल्कि जो जहां है वहीं रहकर जनता और देश की सेवा करने का है।
अगर पार्टी से लड़ना भी है तो वह देश के लिए लड़े
कांग्रेस सरकार के मंत्री खाचरियावास ने कहा कि जो इस दौर में भी राजनीति कर रहा है वह देश की सेवा नहीं कर सकता है. उन्होंने कहा कि इस दौर में भी जो राजनीति करते हुए खुद के स्वार्थ के लिए पार्टी बदल रहा है वह देश की कैसे सेवा करेगा ? खाचरियावास ने कहा कि किसी को अगर पार्टी से लड़ना भी है तो वह देश के लिए लड़े।
राजस्थान सरकार के मुख्य सचेतक डॉ. महेश जोशी ने भी जितिन प्रसाद के बीजेपी में शामिल होने पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसे नेता आयाराम-गयाराम वाले होते हैं. जिन नेताओं की निष्ठा पार्टी के साथ होती है वे पार्टी के साथ जुड़े रहते हैं. जोशी ने कहा कि जो भी नेता कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में गया उसको वहां कुछ भी नहीं मिला. मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया आज पांचवें-छठे नंबर के नेता भी नहीं है जबकि वो कांग्रेस में रहते हुए कभी मुख्यमंत्री पद के दावेदार थे।
राजस्थान में इस तरह का खतरा नहीं
उधर सचिन पायलट की नाराजगी की खबरों के बाद राजस्थान में भी सियासी उठापटक के कयास लगाए जा रहे हैं. मुख्य सचेतक डॉ. महेश जोशी ने कहा है कि राजस्थान में इस तरह का खतरा नहीं है. राजस्थान को कोई भी नेता इस तरह का कदम नहीं उठाएगा. जोशी ने कहा कि थोड़े बहुत मतभेद सभी जगह होते हैं. कांग्रेस पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र है और आलाकमान से सामने अपनी बात रखने का सबको अधिकार है।
जोशी ने कहा कि सचिन पायलट ने आज तक सोनिया गांधी या राहुल गांधी के खिलाफ कोई बयान नहीं दिया. लिहाजा उन्हें ज्योतिरादित्य सिंधिया या जितिन प्रसाद के साथ जोड़ना उचित नहीं है. राजस्थान में नियुक्तियों में हो रही देरी पर जोशी ने कहा कि अभी हमारी सबसे पहली प्राथमिकता कोरोना से लड़ने की है. वहीं मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी कहा कि यह हमारा पारिवारिक मसला है और राजस्थान में सरकार को कोई दिक्कत नहीं है।