डेली संवाद, चंडीगढ़
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने रोजगार सृजन और प्रशिक्षण विभाग को एक लाख सरकारी नौकरियां देने के निधार्रित लक्ष्य को जल्द से जल्द हासिल करने के लिए यत्न और आगे बढ़ाने के लिए कहा है। रोजगार सृजन और प्रशिक्षण विभाग की प्रगति का जायजा लेते हुए मुख्यमंत्री ने मार्च, 2017 के समय से, खास कर कोविड-19 के कठिन समय के दौरान भी सरकारी, प्राईवेट क्षेत्र के अलावा स्व-रोजगार में 17.61 लाख नौकरियाँ देने में सुविधा मुहैया करवाने के लिए विभाग द्वारा किये यत्नों की सराहना की।
उन्होंने विभाग को कौशल विकास प्रशिक्षण पर विशेष तौर पर जोर देने के लिए कहा क्योंकि यह प्रयास हमारे नौजवानों को स्थानीय उद्योग की जरूरतों के मुताबिक कुशल बनाने में सहायक सिद्ध होगा। इसी दौरान मुख्य सचिव विनी महाजन ने कहा कि रोजगार सृजन और प्रशिक्षण विभाग ने सर्विस और आई.टी. सैक्टर में प्रगित के आधार पर मौजूदा रोजगार मार्केट की गति के मुताबिक हमारे नौजवानों को तकनीकी हुनर के पक्ष से लैस करने में सुविधा मुहैया करवाने के लिए बेमिसाल योगदान डाला है।
9.97 लाख नौजवानों को सुविधा प्रदान की गई
इससे पहले, रोजगार सृजन और प्रशिक्षण विभाग की गतिविधियों के बारे संक्षिप्त में पेशकारी देते हुए विभाग के सचिव राहुल तिवारी ने मुख्यमंत्री को बताया कि 17.62 लाख नौकरियों में से ठेके के आधार पर नियुक्तियों समेत 62,743 सरकारी नौकरियाँ, प्राईवेट सैक्टर में 7.02 लाख नौकरियां और इसके इलावा स्व-रोजगार पेशा शुरू करने के लिए 9.97 लाख नौजवानों को सुविधा प्रदान की गई।
श्री तिवारी ने आगे बताया कि कोविड की दूसरी लहर ने हमारी योजनाओं को बुरी तरह प्रभावित किया है और स्थिति में सुधार होने पर विभाग की तरफ से निर्धारित लक्ष्य निश्चित तौर पर हासिल किये जाएंगे क्योंकि रोजगार और कौशल प्रशिक्षण के सभी पक्षों को ध्यान से अध्ययन किया जा रहा है और यह सही दिशा में हैं।
लगभग 39,000 खाली पदों का प्रस्ताव मंजूरी
उन्होंने बताया कि मंत्री परिषद की तरफ से दी जा चुकी मंजूरी के अंतर्गत 61,336 पद भरने की प्रक्रिया पूरी करने के बाद विभाग जल्द ही 40 विभागों के प्रशासकीय सचिवों को बाकी लगभग 39,000 खाली पदों का प्रस्ताव मंजूरी के लिए मंत्री परिषद को भेजने के लिए कहेगा। यह भी बताया गया कि अब तक छह मेगा रोजगार मेले आयोजित किये जा चुके हैं और अप्रैल, 2021 में होने वाला सातवां रोजगार मेला कोविड मामलों में हुए ताजा वृद्धि के कारण स्थगित कर दिया गया है और स्थिति सामान्य होने पर यह रोजगार मेला जुलाई में आयोजित किया जाऐगा और एक अन्य मेगा मेला सितम्बर या अक्तूबर में करवाया जायेगा।
उन्होंने मुख्यमंत्री को रैड्ड स्कायी स्कीम संबंधी भी अवगत करवाया जो नशाखोरी के पीडि़तों के पुनर्वास के लिए उनके हुनर का विकास करने पर केन्द्रित है जिससे उनको सम्मान की भावना के साथ अपनी रोजी -रोटी कमाने के योग्य बनाया जा सके। यह विलक्षण पहलकदमी उन नौजवानों की जिंदगी फिर रास्ते पर लाने में भी महत्वपूर्ण साबित होगी जो नशों के कारण भटक गए हैं।
’पंजाब घर-घर रोजगार और कारोबार मिशन’
श्री तिवारी ने यह भी बताया कि ’पंजाब घर-घर रोजगार और कारोबार मिशन’ मोहाली में स्थापित विदेशों में पढ़ाई और प्लेसमेंट सैल पहले ही नौजवानों को काम और पढ़ाई सम्बन्धी वीजा दिलाने और विदेश भेजने के लिए भर्ती एजेंट और ट्रैवल एजेंट का लायसेंस प्राप्त कर लिया है और अब तक 352 नौजवानों की काउंसलिंग की गई है।
इसके इलावा विभाग ने चाहवानों को विदेशी भाषा का प्रशिक्षण देने सम्बन्धी प्रोग्राम भी शुरू किया है जिसके अंतर्गत नौजवानों को जापानी भाषा सिखाने के लिए 15 मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है जो नौजवानों के लिए राज्य में आने वाली जापानी कंपनियों में काम करने में सहायक सिद्ध होगा। श्री तिवरी ने आगे कहा कि इसी तरह नौजवानों को अन्य विदेशी भाषाओं का प्रशिक्षण देने की कोशिश की जा रही है जिससे उनको विश्व स्तर पर रोजगार प्राप्त करने के योग्य बनाया जा सके।
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