जोधपुर। जोधपुर के एक अस्पताल में दो दिन तक कोविड-19 के उपचार के बाद स्वयंभू बाबा आसाराम को सुरक्षा कारणों से जोधपुर एम्स में स्थानांतरित कर दिया गया है। पुलिस के एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। एमजी अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया कि आसाराम की स्थिति स्थिर है।
किशोरी के यौन उत्पीड़न के मामले में वह जेल में बंद है। उसे शुक्रवार रात को यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) लाया गया और पुलिस ने इस स्थानांतरण के लिए सुरक्षा कारणों का हवाला दिया है। पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘आसाराम को एमजी अस्पताल में भर्ती कराने के बाद से उसके अनुयायियों की तरफ से उसकी एक झलक पाने के लिए अस्पताल में घुस jने या उसके करीब आने के लगातार प्रयास किए जा रहे थे।
आसाराम को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया
इसलिए, उसकी सुरक्षा को खतरा मानते हुए हमने एम्स भेजने का विचार बनाया जहां उसके भक्तों के लिए आस-पास आना संभव नहीं होगा।’एमजी अस्पताल के चिकित्सकों के मुताबिक उसका ऑक्सीजन सैचुरेशन नियंत्रण में था और सेहत में कोई नकारात्मक परिवर्तन नहीं आया।
सूत्रों ने बताया था कि 80 वर्षीय आसाराम को एमजी अस्पताल में ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था। उसे सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद बृहस्पतिवार रात एमजी अस्पताल लाया गया था। दो दिन पहले उसमें कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई थी जिसके बाद उसका इलाज शुरू किया गया था।
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