किसानों के समर्थन में विधायक सुशील रिंकू और मेजर सिंह, पंजाब प्रभारी हरीश रावत के साथ धरने पर बैठे
डेली संवाद, शंभू बैरियर
कृषि बिल के खिलाफ कांग्रेस लगातार प्रदर्शन और धरना दे रही है। इसी क्रम में सोमवार को पंजाब कांग्रेस के नेताओं ने शंभू बैरियर पर केंद्र सरकार के काले कानून के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। किसानों के समर्थन में पंजाब कांग्रेस के नेताओं ने हरियाणा सीमा पर शंभू बैरियर के पास धरना दिया। कांग्रेस कार्यकर्ता धरने का नेतृत्व पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने किया।
धरना प्रदर्शन में दोआबा के दलित नेता और जालंधर के विधायक सुशील रिंकू के साथ पंजाब कांग्रेस के सचिव और पंजाब खादी एंड विलेज इंडस्ट्री बोर्ड के डायरेक्टर मेजर सिंह भी जालंधर से अपने साथियों और समर्थकों के साथ बड़ी गिनती में शंभू बैरियर पहुंचे। धरना प्रदर्शन पर बैठे विधायक सुशील रिंकू ने कहा कि जब केंद्र सरकार मान रही है कि नए कृषि कानून में कमियां हैं तो फिर केंद्र बिना देरी यह कानून रद करे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार राज्यों के अधिकारों को पुनः बहाल करे व संविधान के अनुसार राज्यों के अधिकार क्षेत्र के विषयों पर राज्य सरकारों को ही कानून बनाने की आज्ञा दे।
सुशील रिंकू ने कहा कि असल में केंद्र सरकार कारपोरेट घरानों के हित पूरे करने में लगी हुई है, इसीलिए वह इन कानूनों को लागू करना चाहती है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सरकारी आमदनी स्रोत पर जीएसटी द्वारा किए एकाधिकार द्वारा राज्यों के अधिकार बहुत सीमित कर दिए हैं । उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार एमएसपी देने की हामी भरे।
हमें फक्र है कि काले कानूनों के खिलाफ सबसे पहले आवाज बुलंद की
वहीं, जाब कांग्रेस के सचिव और पंजाब खादी एंड विलेज इंडस्ट्री बोर्ड के डायरेक्टर मेजर सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को फक्र है कि इन कानूनों के खिलाफ उसने सबसे पहले आवाज बुलंद की। उन्होंने केंद्र सरकार के इन आरोपों की भी निंदा की कि वह संघर्ष को टुकड़े टुकड़े गैंग के लोग कह रही है। उन्होंने ऐसे भड़काऊ बयान देने वालों को याद करवाया कि हम श्री गुरु तेग बहादुर जी के वारिस हैं, जिन्होंने देश व धर्म की रक्षा के लिए दिल्ली जाकर अपना शीश देश पर न्योछावर किया था। उन्होंने कहा कि पंजाबी तो पूरे देश के किसान और गरीब की लड़ाई लड़ रहे हैं। इस मौके पर उन्होंने विशेष रूप से पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत से मुलाकात भी की।