डेली संवाद, चंडीगढ़
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार द्वारा घरेलू एकांतवास और अस्पतालों के एक्टिव मरीज़ों को 50,000 कोविड केयर किटें बिल्कुल मुफ़्त मुहैया करवाएगी जिससे उनकी सभ्य देखभाल यकीनी बनाई जा सके। इन किटों, जिनमें से हरेक की कीमत 1700 रुपए है, में एक औकसीमीटर, डिजिटल थर्मामीटर, फेस मास्क और ज़रूरी दवाएँ शामिल हैं।
यह कदम राज्य सरकार की तरफ से यह यकीनी बनाने के लिए उठाया गया है कि समूह मरीज़ों को उनके घर की ड्योढ़ी पर ही पूर्ण मैडीकल सहूलतें मिल सकें जिससे इस महामारी से वह जल्दी और पूरी तरह मुक्त हो सकें। यह जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि विशेष रूप में तैयार की गई इस किट में एक स्टीमर, एक हैड सैनेटाईजऱ, 60 गिलोए की गोलियाँ, 30 विटामिन-सी की गोलियाँ और 4 विटामिन डी 3 की गोलियाँ शामिल हैं।
किट्स में शामिल हैं ये दवाइयां
प्रवक्ता ने कहा कि औकसीमीटर के साथ मरीज़ों को अपने आक्सीजन स्तर की निगरानी करने में मदद मिलेगी जबकि डिजिटल थर्मामीटर का इस्तेमाल डॉक्टर की तरफ से शरीर का तापमान मुँह के द्वारा जांचने के लिए लगातार किया जायेगा। स्टीमर का इस्तेमाल रोज़मर्रा के दो बार 5-10 मिनटों के लिए सुझाया गया है।
विटामिन जि़ंक जि़ंकोनिया 50 एम.जी. की 30 गोलियाँ, टापसिड 40 एम.जी. की 14 गोलियाँ, ऐमुनिटी पल्स लिक्विड 200 एम.एल. (काहड़ा), डोलो 650 एम.जी. की 15 गोली, मल्टी विटामिन सुपराडीन की 30 गोली, कफ़ सिरप 100 एम.एल., बीटाडाईन गारगलज़ या साल्ट गारगलज़, 10 सीटीरीज़ाईन ओकासैट्ट की गोली और 3 बड़े आकार के ग़ुब्बारे भी कोविड केयर किट का हिस्सा होंगे। मरीज़ों को हर सुबह अपने खाने में तुलसी के 8 ताज़ा पत्ते भी शामिल करने की सलाह दी जायेगी।
एसे करें दवाइयों का सेवन
प्रवक्ता ने और जानकारी देते हुये बताया कि मरीज़ों को यह भी सलाह दी जायेगी कि रोग प्रतिरोधक सामथ्र्य बढ़ाने के लिए 30 दिनों तक सुबह समय पर गिलोए की 2 गोलियाँ ली जाएँ और इसी तरह ही हर सुबह और शाम 15 दिनों के लिए विटामिन सी की 2 गोलियाँ लेनी सुझाई गई हैं। विटामिन डी 3 का सेवन रात के समय पर 4 हफ़्तों तक के समय के लिए प्रति हफ्ते एक गोली लेने के तौर पर सुझाया गया है।
खाँसी होने की सूरत में कफ़ सिरप लिया जाये और इसी तरह ही यदि बुख़ार 100 डिग्री सैल्सियस से बढ़ता है तो डोलो दवा के लिए जाये। इसके अलावा 50 मास्क भी मुहैया करवाए गए हैं जिनमें से एक का इस्तेमाल अधिक से अधिक 8 घंटो के लिए किया जाये और इस्तेमाल किया गया मास्क दोबारा इस्तेमाल न किया जाये।