डेली संवाद, चंडीगढ़
गंभीर अनुशासनहीनता और दुराचार के कृत्यों के प्रति राज्य सरकार की जीरो टालरेंस की नीति को अपनाते हुए सरकार ने आज पंजाब पुलिस 5 अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया है। ये सभी गुरदासपुर जिले के भगवानपुर गाँव के गुरमेज सिंह की हत्याकांड में शामिल थे। इस मामले में पांच पुलिस अधिकारियों और एक निजी व्यक्ति सिमरत सिंह समेत सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
पंजाब पुलिस के एक प्रवक्ता ने आज यहां खुलासा करते हुए कहा कि दोषी पुलिस कर्मियों को गंभीर कदाचार, आपराधिक कृत्यों में शामिल होने, लोगों के बीच पुलिस विभाग की छवि को धूमिल करने, कोरोना महामारी के दौरान पुलिस का मनोबल कम करने के कारण सेवा से बर्खास्त कर दिया गया।
उन्होंने बताया कि जिन 5 पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त किया गया है, उनमें PHC बलकार सिंह, काहनूवान, PHC सुरिंदर सिंह बटाला में तैनात), PHC अवतार सिंह, मजीठा, ASI रणजीत सिंह, एएसआई बलजीत सिंह, एचसी अवतार सिंह शामिल हैं। उन्होंने बताया कि बटाला के ग्राम भगवानपुर पीएस कोटली सूरत मल्ही के गुरमेज सिंह हाथापाई के बाद को 6 व्यक्तियों द्वारा पिस्तौल से गोली मार दी गई, (जिनमें से 5 पंजाब पुलिस में सेवारत हैं। )
प्रवक्ता ने कहा कि संदिग्ध 2 कारों से गांव दरगाबाद की तरफ से आ रहे थे। जब वे गाँव भगवानपुर के पास पहुँचे, तो उनकी मुलाकात गाँव भगवानपुर की एक अमरप्रीत कौर के साथ हुई, जो स्विफ्ट डिजायर कार चला रही थी, और गाँव के लोग इकट्ठे हो गए। इस हाथापाई में गुरमेज सिंह को गोली लग गई। इस मामले में पुलिस थाना कोटली सूरत मल्ही में एफआईआर दर्ज कर सभी सभी 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।