डेली संवाद, चंडीगढ़
आज अपने फेसबुक लाइव प्रोग्राम ‘कैप्टन से सवाल’ के दौरान कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि आंकड़े निराशाजनक तस्वीर पेश कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि लोग जरुरी सुरक्षा उपायों का पालन नहीं करेंगे तो स्थिति और बदतर होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बदकिस्मती से लोग इसको हल्के में ले रहे हैं जिस कारण सरकार को कड़े कदम उठाने पड़ रहे हैं जिनमें से कुछ बीते कल घोषित किए गए हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि मास्क न पहनने के कारण रोजाना के आधार पर 3000 से 6000 लोगों के चालान काटे जा रहे हैं।
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यहाँ यह जिक्रयोग्य है कि गुरूवार को मुख्यमंत्री द्वारा सभी शहरों/कस्बों में हफ्ते के आखिरी दिन लॉकडाउन और रोजाना शाम 7 बजे से प्रातःकाल 5 बजे तक रात का कर्फ्यू, राज्य के बड़े पाँच शहरों (लुधियाना, जालंधर, पटियाला, अमृतसर और मोहाली) में गैर-जरूरी सामान की 50 फीसदी दुकानें रोजमर्रा के आधार पर बंद रखने, सभी सरकारी और प्राईवेट दफ्तरों का काम 50 प्रतिशत अमले के साथ चलाने, निजी कारें तीन व्यक्तियों से अधिक के साथ न चलाने और बसें और निजी यातायात वाले वाहन 50 फीसदी क्षमता के साथ चलाने सहित अलग-अलग लॉकडाउन पाबंदियाँ फिर से लागू करने के हुक्म गुरूवार को दिए गए थे।
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लोगों को बार-बार की गई अपनी अपीलों की तरफ ध्यान देने की अपील करते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा, ‘‘हम क्यों नहीं समझ रहे कि सुरक्षा उपाय आपकी और अन्य पंजाबियों की जान बचाने के लिए जरूरी हैं?’’ यह बताते हुए कि राज्य कोविड के शिखर की तरफ बढ़ रहा है, मुख्यमंत्री ने कहा कि 3 सितम्बर तक पंजाब में मामलों के 64000 तक पहुँचने के अनुमान हैं और 15 सितम्बर तक यह संख्या एक लाख पार कर जायेगी।