डेली संवाद, लखनऊ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अपने सरकारी आवास 5-केडी में टीम-11 के अधिकारियों के साथ अनलाक व्यवस्था की समीक्षा मीटिंग करते हुए निर्देश दिया है कि हर कामगार और श्रमिक को इंश्योरेंस के साथ जोड़ना चाहिए। कामगारों और श्रमिकों को सामाजिक व आर्थिक सुरक्षा देने के लिए प्रदेश सरकार कार्ययोजना तैयार करेगी।
[ads2]
उन्होंने कहा है कि प्रदेश सरकार हर कामगार व श्रमिक को रोजगार देने के लिए संकल्पित है। यही नहीं, सभी कामगारों और श्रमिकों को खाद्य सुरक्षा प्रदान करने के लिए इनके राशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया को तेज करने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अनलाक के दौरान केंद्र और राज्य सरकार की गाइडलाइन का अनुपालन होना चाहिए। सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी है, इसके लिए भीड़भाड़ बिल्कुल नहीं होनी चाहिए। साथ ही पुलिस दल को पेट्रोलिंग के लिए निर्देश दिया है।
11 जनपदों में सचिव रैंक के प्रशासनिक अधिकारी तैनात
उक्त बातें रविवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने बतायी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने क्वारंटीन सेंटरों और कम्युनिटी किचन की सफाई के निर्देश दिए हैं। 11 जनपदों में सचिव रैंक के प्रशासनिक अधिकारी और वरिष्ठ चिकित्साधिकारियों की टीम गठित की गई है। इस नई टीम के कार्य को लेकर नोडल अफसरों के साथ मुख्यमंत्री स्वयं समीक्षा कर रहे हैं।
अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना ने कहा कि मुख्यमंत्री ने महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उन्हें ग्रामीण आजीविका मिशन से जोड़ने का निर्देश दिया है। इसके लिए पुष्प से धूप और अगरबत्ती बनाने के कार्य को प्रोत्साहित किया जाए। जिससे महिलाओं को घर बैठे कार्य मिल सके। इसके अलावा अचार, मुरब्बा, पापड़, सिलाई आदि गतिविधियों के तहत रोजगार की काफी संभावनाएं मौजूद हैं। महिलाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार के लिए तैयार किया जाए।
डाक्टर और स्टाफ लगातार राउंड लगाएं
अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना ने कहा कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि कोविड एवं नान कोविड अस्पतालों में डाक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ और पैरामेडिक स्टाफ लगातार राउंड लेकर मरीजों के घरवालों के साथ संवाद स्थापित करें। मुख्यमंत्री ने पैरामेडिकल स्टाफ की लगातार मानीटरिंग करने के भी निर्देश दिए हैं। सभी अस्पतालों की साफ-सफाई के साथ सेनीटाइजेशन के लिए भी मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है।
अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना ने कहा कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि माध्यमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, बेसिक शिक्षा, समाज कल्याण और कस्तूरबा गांधी विद्यालय में नियुक्त शिक्षकों की डिग्री व सभी कागजात जांचने के लिए एक डेडीकेटेड टीम गठित करें। हर एक डाक्यूमेंट का सत्यापन किया जाए। महिलाओं, एससीएसटी, गो हत्या और गो तस्करी जैसी आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त अपराधियों के खिलाफ सख्त और त्वरित कार्रवाई के लिए भी मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है।
प्रदेश में 8268 लोगों पूरी तरह स्वस्थ्य होकर घर पहुंचे
प्रेस कांफ्रेस को संबोधित करते हुए प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि पिछले 24 घंटे में 499 कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 4948 एक्टिव केस हैं। जबकि 8268 लोग उपचार के बाद पूरी तरह स्वस्थ्य हो गए हैं, जिन्हें अस्पतालों से डिस्चार्ज कर घर भेजा गया है। इस तरह प्रदेश में 60.72 फीसदी रिकवरी रेट पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि कोरोना से अब तक प्रदेश में 399 लोगों की मृत्यु हुई है।
[ads1]
अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में प्रतिदिन टेस्टिंग की क्षमता बढ़ रही है। एक दिन में 15,762 सैंपल टेस्ट किए गए हैं। इसे 30 जून तक बढ़ाकर 20,000 प्रतिदिन टेस्ट का लक्ष्य तय किया गया है। उन्होंने कहा कि 4,56,213 सैंपल की जांच की गई है। सैंपल जांच की प्रक्रिया में 5-5 सैंपल के 1034 पूल और 10-10 सैंपल के 99 पूल लगाए गए। उन्होंने कहा कि सर्विलांस का कार्य लगातार चल रहा है।
अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि मल्टी स्टोरी बिल्डिंग में अगर कोई कोरोना का केस पाया जाता है तो उस टावर को अब 14 दिन के लिए सीज किया जाएगा, पहले 21 दिन तक सीज किया जाता था। इसी तरह एक ही घर में एक से ज्यादा कोरोना के केस मिलते हैं तो 250 मीटर के दायरे को कंटेनमेंट जोन या फिर उसी मोहल्ला को ही कंटेनमेंट जोन रखा जाएगा