डेली संवाद, जालंधर
सरकारी मुलाजिम पर करप्शन का आरोप लगाने वाले जालंधर इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन दलजीत सिंह अहलूवालिया और सीनियर सहायक संजीव कालिया में ठन गई है।
[ads1]
संजीव कालिया ने चेयरमैन दलजीत सिंह अहलूवालिया को मनिहानी का नोटिस भेज दिया है। कालिया का आरोप है कि सरकार को दलजीत सिंह अहलूवालिया ने पत्र भेजकर उनपर झूठा आरोप लगाया है, जिससे उनकी इमेज को नुकसान पहुंचा है।
संजीव कालिया ने कहा है कि दलजीत सिंह अहलूवालिया ने अगर सात दिनों में माफी नहीं मांगी तो, लीगल नोटिस भेजेंगे। उन्होंने कहा है कि जो करप्ट है उसकी पोस्टिंग हो रही है और मुझ जैसे मुलाजिम पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं।
माफिया, नेता और अफसर की तिकड़ी
जालंधर इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट करोड़ों रुपये के घाटे में है। ऐसे में चेयरमैन और एक सरकारी कर्मचारी के बीच छिड़ी लड़ाई ने करप्शन की कई परतें उधेड़गी। सूत्र बताते हैं कि करोड़ों रुपये के खेल में एक माफिया, एक नेता और एक अफसर की तिकड़ी बनी है।
[ads2]
जालंधर में पोस्टिंग होने से पहले ईओ जतिंदर सिंह पर पहले ही कई केस चल रहा है। यही नहीं वे जेल की सजा भी काट चुके हैं। नौकरी में बहाली के बाद उन्हें जालंधर में पोस्टिंग दे दी गई है। जिस पर संजीव कालिया ने सवाल खड़ा किया है।
नोटिस मिलने पर कोई जवाब दूंगा – अहलूवालिया
चेयरमैन दलजीत सिंह अहलूवालिया ने कहा है कि उन्हें अभी तक नोटिस नहीं मिला है, जब नोटिस मिलेगा तो जवाब दे देंगे।