लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि डिफेंस एक्सपो उत्तर प्रदेश में पहली बार आयोजित होने जा रहा है। जिसकी तैयारी युद्धस्तर पर चल रही है। इस आयोजन को हम कुशलतापूर्वक संपन्न करेंगे। विगत ढाई वर्षों में ऐसे कई मौके आए हैं, जब हमने चुनौतियों को अवसर में बदलकर उत्तर प्रदेश के परसेप्शन को बदलने में काफी बड़ी सफलता प्राप्त की है। यूपी इन्वेस्टर समिट, प्रयागराज कुम्भ और पहली बार देश की राजधानी के बाहर वाराणसी में 15वें प्रवासी भारतीय दिवस के सफल आयोजन ने वैश्विक मंच पर उत्तर प्रदेश और देश को सम्मान दिलाया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को 5 कालीदास मार्ग स्थित अपने आवास में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ डिफेंस एक्सपो की तैयारियों को लेकर हुई समीक्षा बैठक के बाद संयुक्त प्रेस वार्ता कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि डिफेंस मैनुफैक्चरिंग में निवेश को लेकर उत्तर प्रदेश की पॉलिसी देश की बेहतरीन पॉलिसी में से एक है। वर्ष 2020 का डिफेंस एक्सपो राजधानी लखनऊ में आयोजित होने जा रहा है, इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का आभारी हूं।
डिफेंस एक्सपो उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश के लिए ऐतिहासिक इवेंट साबित होगा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि डिफेंस एक्सपो 2020 बहुत ही महत्वपूर्ण इवेंट है। अगर इसे अंतरराष्ट्रीय इवेंट कहा जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगी। अभी तक जितने भी डिफेंस एक्सपो हुए हैं, उनमें सबसे बड़ा उत्तर प्रदेश में आयोजित होने जा रहा है। यह इवेंट उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए एक ऐतिहासिक इवेंट साबित होगा।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा बड़ी संख्या में इन्वेस्टर्स ने यहां आने की अपनी सहमति दे दी है। बहुत सारे इन्वेस्टर्स यहां आएंगे, ताकि वह देख सके कि कहां निवेश करना उनके लिए बेहतर साबित होगा इसके लिए वह कई जगह भी जाएंगे। इस डिफेंस एक्सपो के परिणाम स्वरूप उत्तर प्रदेश डिफेंस और एयरोस्पेस मैन्युफैक्चरिंग में भारत का ही नहीं, बल्कि दुनिया का एक इंपॉर्टेंट डेस्टिनेशन बनेगा।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इसके पहले चेन्नई में 80 एकड़ भूमि पर डिफेंस एक्सपो का आयोजन किया गया था। इस बार लखनऊ में 200 एकड़ से ज्यादा की भूमि पर डिफेंस एक्सपो आयोजित हो रहा है। अब तक लगभग 925 एक्जीबिटर्स ने अपना रजिस्ट्रेशन भी करा लिया है।
कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना और डिफेंस के ज्वाइंट सेक्रेटरी चंद्राकर भारती मौजूद रहे।
https://youtu.be/ZOt7lYcwG2I
एक्जीबिटर्स, एरिया और राजस्व के हिसाब से सबसे बड़ी रक्षा प्रदर्शनी
डिफेंस एक्सपो का यह 11वां संस्करण है। इससे पहले चेन्नई में 10वां संस्करण आयोजित हुआ था। एक्जीबिटर, एरिया और राजस्व के हिसाब से यह अब तक की सबसे बड़ी रक्षा प्रदर्शनी है। आंकड़े देखें तो पिछली बार के मुकाबले 37 प्रतिशत से अधिक एक्जीबिटर्स अभी तक रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। 42000 स्क्वॉयर मीटर एरिया बुक हो चुका है, जो कि चेन्नई से 58 प्रतिशत अधिक है। अगर राजस्व की बात करें तो वह भी पिछली बार के मुकाबले इस बार ज्यादा होने की उम्मीद है।
एमएसएमई के 243 एक्जीबिटर होंगे शामिल
925 एक्जीबिटर में से 775 भारतीय और 150 विदेशी हैं। भारतीय एक्जीबिटर में से 243 एमएसएमई के हैं। जिन्हें 50 प्रतिशत रिबेट दिया जा रहा है। जहां पिछली बार चेन्नई में 40 एमओयू साइन हुए थे, वहीं इस बार 65 एमओयू साइन हो चुके हैं।
डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन ऑफ डिफेंस थीम पर रहेगा पूरा फोकस
इंडिया पवेलियन नाम से एक अलग हैंगर होगा, जो 2500 स्क्वॉयर मीटर में होगा। इसमें 200 कंपनी भाग ले रही हैं। उनसे कोई पैसा नहीं लिया जा रहा है। इसका पूरा फोकस डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन ऑफ डिफेंस पर होगा।
https://youtu.be/3120MDzDxv4
बनेगा यूपी पवेलियन
पहली बार 3 हैंगर उत्तर प्रदेश सरकार के लिए आवंटित किए गए हैं। जिसके लिए 12 हजार स्कॉवयर मीटर का एरिया निर्धारित किया गया है। जिसे उत्तर प्रदेश में रजिस्टर्ड यूनिट प्रतिष्ठित करेंगी, सैंड मॉडल बनेगा और डिफेंस कॉरिडोर के बारे में जितनी भी जानकारी है, वह यूपी पवेलियन के माध्यम से दी जाएगी।
25 देशों के रक्षामंत्रियों का मिल चुका है कन्फर्मेंशन
135 देशों के रक्षा मंत्रियों, चीफ ऑफ स्टाफ और आर्मी चीफ को इस आयोजन के लिए निमंत्रण भेजा गया था। 70 देशों से कन्फर्मेशन प्राप्त हो चुका है। जिसमें 25 देशों के रक्षा मंत्रियों का कन्फर्मेंशन मिल चुका है।
8 देशों में आयोजित हो चुका है इंटरनेशनल रोड शो
इस आयोजन की प्रचार-प्रसार के लिए दिल्ली में राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस की जा चुकी है। जिसमें 50 देशों के राजदूत शामिल हुए थे। इसके साथ ही 8 देशों में इंटरनेशनल रोड शो का आयोजन किया जा चुका है। इसके अलावा देशभर में 8 जगहों पर भी रोड शो आयोजित हो चुके हैं।