डेली संवाद, चंडीगढ़
हरियाणा विधानसभा चुनाव के रुझानों में बहुमत से दूर रहने वाली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हरियाणा में किसी दल को स्पष्ट बहुमत मिलता नहीं दिख रहा। भाजपा 38 सीटों पर आगे है जबकि कांग्रेस 29 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
किसी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने पर दुष्यंत चौटाला सरकार बनाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं क्योंकि उनकी जननायक जनता पार्टी 11 सीटों पर आगे है। राज्य की 90 में से 89 सीटों के रुझान उपलब्ध हैं।
भारतीय जनता पार्टी के ‘अभियान 75 पर चुटकी लेते हुए चौटाला ने कहा कि भाजपा 75 सीटें जीतने के अपने लक्ष्य से बहुत पीछे रह जाएगी। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी अगली सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा, ‘हरियाणा के लोग बदलाव चाहते हैं।’
शुरुआती रुझान के अनुसार, भाजपा के मनोहर लाल खट्टर करनाल सीट पर और पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस उम्मीदवार भूपेंद्र सिंह हुड्डा गढ़ी सांपला किलोई सीट पर आगे चल रहे हैं। हरियाणा में 2014 विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 47 सीटों, कांग्रेस ने 15 सीटों पर जीत प्राप्त की थी। हरियाणा जनहित कांग्रेस के दो विधायक बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए थे। इनेलो ने 19, बसपा और शिअद ने एक-एक सीट अपने नाम की थी। पांच सीटें निर्दलीय उम्मीदवारों के पास गई थीं।