बटाला के पुलिस थाने और रामलीला पंडाल को बम से उड़ाने की साजिश के खुलासे के बाद पुलिस ने मक्का मस्जिद के मौलवी समेत तीन संदिग्धों को उठाया
-थाने व एएसएसपी कार्यालय के बाहर भिड़े बजरंग दल के कार्यकर्ता और मौलवी व संदिग्धो को छुड़ाने आए मुस्लिम भाइचारे के लोग
-बजरंग दल ने एसएसपी कार्यालय के बाहर मुस्लिम भाइचारे के लोगों के जबदस्ती चेक किए आधार कार्ड, भाजपा जिला प्रधान भाटिया भी बजरंग दल की स्पोर्ट पर पहुंचे
डेली संवाद, बटाला (पंजाब)
अमृतसर के निरंकारी भवन में पाकिस्तान की आर्मी की मदद से आतंकी विस्फोट के बाद आतंकियों की और से बटाला के थाने व रामलीला पंडाल को बम से उड़ाने की आतंकी साजिश रचने का खुफिया एंजसियों की और से खुलास करने के बाद बटाला पुलिस ने संदिग्धों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है।
बटाला पुलिस देर शाम मक्का मस्जिद के मौलवी समेत तीन संदिग्धो को पूछताछ के लिए उठा कर सिविल लाइन थाने ले आई। चारो से पूछताछ चल रही है। मौलवी पश्चिमी बंगाल से संबधित बताया जा रहा है। वहीं मौलवी के साथ पकड़े गए तीन और संदिग्धो में से दो मलेरकोटला और एक पश्चिमी बंगाल से संबधित बताया जा रहा है।
एसएसपी बटाला ओपिंदरजीत सिंह घुम्मन खुद थाने में बैठ कर देर रात तक मौलवी और संदिग्धों से पूछताछ करते नजर आए। एक एंक संदिग्ध ने बताया कि वो बटाला में धर्म प्रचार के लिए आया था। संदिग्ध अपने आधार कार्ड या पहचान से संबंधित कोई पहचान पत्र पुलिस को दिखा नहीं पाए। पुलिस ने उनके बताए पते पर पश्चिमी बंगाल व मेलरकोटला पुलिस को मेल भेज कर उनके बारे में जानकारी मंगवाई है।
वहीं मौलवी समेत मुस्लिम से संबधित तीन संदिग्धों को छुड़ाने के लिए चल रही पुलिस कार्रवाई पर दबाव बनाने के लिए बटाला में रहते मुस्लिम भाइचारे के संबंधित लोगों की भीड़ थाने पहुंचने की सूचना पाकर बजरंग दल के प्रधान हनी मित्तल बजरंगियों समेत थाने पहुंच गए। माहौल में तनाव बन गया। पुलिस ने दोनों पक्षों को बाहर निकाल कर थाने का गेट बंद कर लिया। इसके बाद बाहर दोनों पक्षों में तीखी तकरार हो गई।
बजरंग दल वालों में और मुस्लिम भाइचारे के लोगों में हाथापाई होने की नौबत आ गई। सारा तमाशा सिविल लाइन थाने के बाहर और चंद कदमों की दूरी पर स्थित एसएसपी बटाला कार्यालय के सामने चलता रहा। माहौल लगातार बिगड़ता रहा लेकिन पुलिस का एक भी आदमी या अधिकारी माहौल और तनाव को शांत करने के लिए बाहर नहीं निकला।
मुंस्लिम भाइचारे के लोगो ने रोष जताया कि पुलिस ने उनके धर्मगुरू और उनके तीन साथियों को थाने में बंद कर दिया है और पूछताछ का बहाना बना कर छोड़ नहीं रही। वहीं बजरंग दल के प्रधान हनी मित्तल ने कहा कि जो पकड़े गए हैं जब तक अपनी पहचान के सबूत नहीं देते तब तक उन्हें थाने से बाहर निकलने दिया जाएगा। पुलिस अपनी कार्रवाई निष्पक्ष तरीके से करे क्योंकी यह राष्ट्रीय सुरक्षा का का मामला है, पता चलाए कि बाहरी आदमी बटाला में कोई आतंकी साजिश तो नहीं रच रहे थे।
बिगड़े माहौल में भाजपा के जिला प्रधान भाटिया भी बजरंग दल वालों की स्पोर्ट पर पहुंच गए। उन्होंने कहा कि पंजाब मे बम फूट रहे हैं। सीमा पार से पाकिस्तान की शह पर निर्दोषों के खून बहाने की साजिशें रची जा रही हैं। ऐसे में पकड़े गए संदिग्धों को पुलिस पूछताछ पूरी होने से पहले छुड़ाने के लिए की जा रही सिफारिशों को बर्दाशत नहीं किया जाएगा।
वहीं बजरंग दल वालों ने थाने व एसएसपी कार्यालय के बाहर संदिग्ध मौलवी व संदिग्धो को छुड़ाने के लिए इक्टठा हुए मुस्लिमि भाइचारे के लोगों के देर रात दस बजे जबरदस्ती पहचान पत्र व आधार कार्ड चेक करने शुरू कर दिए। इससे एक बार फिर दोनों पक्षों में माहौल तनावपूर्ण बन गया। वहीं बजरंग दल के तीखे तेवर देख कर मुस्लिम भाइचारे के लोग थाने के बाहर से चले गए।
मिली जानकारी के अनुसार पुलिस की और से पकड़े गए संदिग्धो ने मौलवी ने मलेरकोटला में एक रहती कांग्रेस की एक बड़ी राजनेता व पंजाब पुलिस के एक एडीजीपी से फोन पर थाना पुलिस की बात कराई कि वो उन्हें जानते हैं। फिलहाल पुलिस पकड़े गए संदिग्धों से पूछताछ कर रही है।