डेली संवाद, अमृतसर। NIA Raid in Punjab: पंजाब (Punjab) से बड़ी खबर है। अमृतसर (Amritsar) और मोगा (Moga) में आज सुबह 6 बजे नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने छापा मारा। अमृतसर में खालिस्तान समर्थक और खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) के रिश्तेदरों के घरों में टीम ने दबिश दी।
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रईया में फेरोमन रोड पर अमृतपाल सिंह के चाचा प्रगट सिंह के घर पहुंची। टीम ने प्रगट सिंह की पत्नी को हिरासत में लिया है। अधिकारी उन्हें अपने साथ ब्यास थाना लेकर पहुंचे हैं। जहां उनसे पूछताछ की जा रही है। प्रगट सिंह के चाचा फर्नीचर का काम करते हैं।
अमृतपाल के जीजा के घर रेड
दूसरी रेड अमृतसर में सठियाला के पास बुताला में अमृतपाल के जीजा के घर हुई। इसके साथ टीम ने अमृतपाल के जीजा के जीजा के घर भी छापेमारी की। तीनों ही रेड अमृतपाल से जुड़ी हुई हैं। बताया जा रहा है कि NIA अमृतपाल सिंह को विदेश से होने वाली फंडिंग से जुड़े सबूत व जानकारियां लेने पहुंची।
मोगा में भी NIA ने की रेड
मोगा में हल्का बाघापुराना के कस्बा स्मालसर में कविश्री मक्खन सिंह मुसाफिर के घर भी सुबह 6 बजे NIA की टीम पहुंची। यहां रेड किस मकसद से की गई, ये अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। संभावना यही है कि ये रेड भी अमृतपाल सिंह से ही जुड़ी है।
तंग करने के आरोप
रिश्तेदारों के घर रेड के बाद सांसद अमृतपाल सिंह की टीम भी एक्टिव हो गई। उन्होंने केंद्र व राज्य सरकार पर आरोप लगाए हैं। अमृतपाल सिंह की टीम के सदस्य ने कहा कि जब से बाबा बकाला साहिब में रखड़ पूनिया पर अमृतपाल सिंह के समर्थकों की तरफ से स्टेज सजाई गई है तब से केंद्र व राज्य सरकारें घबरा गई हैं।
आज अमृतपाल सिंह के चाचा, जीजा व अन्य रिश्तेदार के घर रेड की गई है और उन्हें नाजायज परेशान किया गया है। लोकसभा चुनाव में अमृतपाल सिंह 1.97 लाख वोटों से जीते हैं। सरकार उन्हें छोड़ने की जगह परेशान कर रही है।
खडूर साहिब सीट से सांसद अमृतपाल
अमृतसर से करीब 40 किलोमीटर दूर जल्लुपुर खेड़ा गांव के रहने वाला अमृतपाल सिंह वारिस पंजाब दे संगठन का प्रमुख है। कांग्रेस के कुलबीर सिंह जीरा को हराकर वह खडूर साहिब सीट से सांसद बना।
23 फरवरी 2023 को अमृतपाल सिंह के नेतृत्व में हजारों लोगों की भीड़ अमृतसर के अजनाला थाने में घुस गई थी। इसके बाद उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ। 18 मार्च को अमृतपाल घर से फरार हो गया।
अमृतपाल असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद
पुलिस जांच एजेंसियों के साथ मिलकर एक महीने तक उसकी तलाश करती रही। 23 अप्रैल को पंजाब पुलिस ने मोगा से अमृतपाल को गिरफ्तार किया था।
तब से अमृतपाल असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद है। उस पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाया गया है। अमृतपाल को चुनाव प्रचार के लिए जेल से बाहर आने की इजाजत नहीं मिली, इसके बावजूद उसे 4 लाख से ज्यादा वोट मिले।