डेली संवाद, कनाडा। Canada Study Visa News: कनाडा जाने का सपना देखने वाले भारतीय छात्रों के लिए एक जरूरी खबर है। कनाडा सरकार ने उन विदेशी छात्रों के लिए पोस्ट ग्रेजुएशन वर्क परमिट (PGWP) पाने के नियमों में अहम बदलाव का प्रस्ताव दिया है। अब सिर्फ उन्हीं छात्रों को PGWP का फायदा मिलेगा जिनके पढ़ाई के क्षेत्रों में कनाडा में काम की कमी है।
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Canada सरकार का ये फैसला क्यों?
Canada सरकार अपने देश के श्रम बाजार (Labour Market) की जरूरतों को पूरा करना चाहती है। इसलिए वो उन क्षेत्रों में पढ़ाई करने वाले विदेशी छात्रों को ही PGWP देना चाहती है, जहां कर्मचारियों की कमी है। मकसद साफ है – कनाडा उन विदेशी छात्रों को आकर्षित करना चाहता है जो पढ़ाई के बाद सीधे उनके लेबर मार्केट की जरूरतों को पूरा कर सकें। उदाहरण के तौर पर, इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस, हेल्थकेयर या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे क्षेत्रों में पढ़ने वाले छात्रों को PGWP मिलने की संभावना ज्यादा होगी।
भारतीय छात्रों पर असर?
कनाडा में पढ़ाई करने वाले विदेशी छात्रों में भारतीय छात्र सबसे ज्यादा हैं। लगभग 40% अंतरराष्ट्रीय छात्र भारत से आते हैं। ऐसे में ये बदलाव भारतीय छात्रों को सबसे ज्यादा प्रभावित कर सकते हैं। जिन छात्रों ने ऐसे विषयों में पढ़ाई की है जिनमें कनाडा में पहले से ही काफी कर्मचारी हैं, उन्हें PGWP मिलना मुश्किल हो जाएगा।
कब से लागू होंगे नए नियम?
कनाडा सरकार 1 सितंबर, 2024 से इन नए नियमों को लागू करने की योजना बना रही है। अब अगर आप सितम्बर के बाद कनाडा में पढ़ाई शुरू करते हैं, तो नए नियमों के तहत ही PGWP के लिए आवेदन करना होगा।
अभी क्या है नियम?
अभी कनाडा में कोई भी विदेशी छात्र जो किसी मान्यता प्राप्त संस्थान (Designated Learning Institutes – DLI) से पढ़ाई पूरी करता है, वो पोस्ट ग्रेजुएशन वर्क परमिट के लिए आवेदन कर सकता है। इस परमिट की अवधि आठ महीने से लेकर तीन साल तक हो सकती है, जो कि छात्र की पढ़ाई की अवधि पर निर्भर करती है।
पासपोर्ट की अवधि खत्म होने पर क्या होगा?
ध्यान देने वाली बात ये है कि PGWP की अवधि आपके पासपोर्ट की अवधि से ज्यादा नहीं हो सकती। अगर किसी छात्र का पासपोर्ट PGWP की अवधि से पहले खत्म हो जाता है, तो परमिट भी उसी दिन तक मान्य होगा, जिस दिन पासपोर्ट खत्म होता है।
कनाडा सरकार के दूसरे कदम
नए नियमों के अलावा, कनाडा सरकार ने PGWP पाने वाले छात्रों की संख्या कम करने के लिए और भी कदम उठाए हैं।
- प्राइवेट कॉलेजों के कुछ खास कोर्स: 1 सितंबर 2024 से जो छात्र प्राइवेट कॉलेजों द्वारा चलाए जाने वाले कुछ खास कोर्स (curriculum licencing arrangements) का हिस्सा होंगे, उन्हें PGWP के लिए आवेदन करने का मौका नहीं मिलेगा।
- मास्टर डिग्री करने वाले छात्रों को फायदा: हालांकि, सरकार ने ये भी संकेत दिया है कि मास्टर डिग्री करने वाले छात्रों को भले ही उनकी पढ़ाई दो साल से कम समय की हो, उन्हें तीन साल का PGWP मिल सकता है। इसका कारण ये है कि मास्टर डिग्री करने वाले छात्रों को कनाडा के श्रम बाजार में सफल होने और स्थायी निवास (Permanent Residency) की तरफ बढ़ने की ज्यादा संभावना मानी जाती है।
कनाडा जाने की पूरी तैयारी कर चुके छात्र क्या करें?
अगर आपने पहले ही कनाडा में पढ़ाई करने का फैसला कर लिया है और वीजा प्रक्रिया भी शुरू कर दी है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। जो छात्र सितम्बर 2024 से पहले अपना कोर्स शुरू कर देते हैं, उन्हें मौजूदा नियमों के तहत ही PGWP मिलने की संभावना है।
लेकिन, अगर आपका कोर्स सितम्बर 2024 के बाद शुरू होता है, तो ये जरूरी है कि आप जिस विषय में पढ़ाई करना चाहते हैं, उस क्षेत्र में कनाडा के श्रम बाजार की जरूरतों को ध्यान में रखें।
कैसे पता करें कि किस क्षेत्र में है काम की कमी है?
आप इन तरीकों से कनाडा के श्रम बाजार की जरूरतों के बारे में पता लगा सकते हैं।
- कनाडा सरकार की इमिग्रेशन, रिफ्यूजीज एंड सिटिजनशिप (IRCC) विभाग की वेबसाइट पर डिटेल जानकारी उपलब्ध है। आप वहां “Job Bank” सेक्शन देख सकते हैं, जहां कनाडा में किन पदों पर कर्मचारियों की कमी है, इसकी जानकारी दी जाती है।
- कनाडा के अलग-अलग प्रांतों की भी अपनी वेबसाइट्स होती हैं, जहां वो अपने क्षेत्र में मौजूदा नौकरी के अवसरों की जानकारी देते हैं।
- आप जिस संस्थान में पढ़ाई करना चाहते हैं, वहां के करियर सेंटर से भी सलाह ले सकते हैं। वो आपको यह बता सकते हैं कि आपके चुने हुए क्षेत्र में कनाडा में रोजगार की संभावनाएं कैसी हैं।