डेली संवाद, ओट्टावा। Canada News: भारतीय खासकर पंजाबियों (Punjabis) के लिए कनाडा (Canada) जाना सबसे बड़ी चाहत होती है। कनाडा में नौकरी (Job in Canada), कनाडा में पीआर (Canada PR), कनाडा में घर (House in Canada) का सपना हर एक पंजाबी देखता है। इन्हीं सपनों को साकार करने के लिए हर साल कई हजार भारतीय कनाडा जाते हैं।
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पंजाब (Punjab) से कनाडा (Canada) जाने वालों की संख्या तो सबसे ज्यादा है। कनाडा (Canada) की पहचान बाहर से आने वाले अप्रवासियों (NRI) का स्वागत करने वाली रही है, लेकिन पिछले कुछ समय से यह पैटर्न उलटता दिख रहा है। कनाडा (Canada) की जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) सरकार अब बाहर से आने वाले अप्रवासियों के खिलाफ हो गई है।
जुलाई में 5853 विदेशियों को प्रवेश देने से इनकार
रॉयटर्स की रिपोर्ट बताती है कि कनाडा (Canada) ने सिर्फ जुलाई में 5853 विदेशियों को प्रवेश देने से इनकार कर दिया। जिन लोगों के वीजा (Visa) आवेदन खारिज किए गए, उनमें छात्रों, श्रमिकों के साथ पर्यटक भी शामिल हैं। सरकारी आंकड़े बताते हैं कि जनवरी 2019 के बाद से वीजा (VISA) आवेदन खारिज किए जाने की यह सबसे उच्च मासिक दर है।
वीजा आवेदनों को खारिज करने के साथ की कनाडा में प्रवासियों को वापस भेजने में भी तेजी आई है। यह उछाल ऐसे समय में आया है जब प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की लिबरल सरकार को अप्रवासियों की बढ़ती संख्या को लेकर मतदाताओं के तीव्र विरोध का सामना करना पड़ रहा है।
कनाडा में आवास संकट
कनाडा के आवासीय संकट और बढ़ती कीमतों ने मतदाताओं के विरोध को और मजबूत किया है। कई लोग इन मुद्दों के लिए अप्रवासन को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। इसने ट्रूडो सरकार पर दबाव बढ़ा दिया है। कनाडा का मौजूदा ट्रेंड वहां जाने का सपना देख रहे भारतीयों के लिए निराशाजनक है। इस साल जनवरी से जुलाई तक हर महीने औसतन 3727 वीजा आवेदन खारिज कर दिए गए।
पिछले साल की इसी अवध की तुलना में यह 20 प्रतिशत की वृद्धि है। यही नहीं, जुलाई में 285 वीजा धारकों को अस्वीकार्य घोषित किया गया, जो 2019 के बाद से किसी भी एक महीने में सबसे ज्यादा है। कनाडा ने जनवरी, फरवरी, मई और जून में स्वीकार किए गए लोगों की तुलना में अधिक वीजा आवेदन खारिज किए हैं।
कनाडा में भारतीयों के लिए क्या है संकट?
कनाडा में आवास की कमी के चलते लोगों के लिए रहना बहुत महंगा हो रहा है। बढ़ती लागत निवासियों को महंगे शहरों को छोड़ने और यहां तक कि उन्हें देश से बाहर जाने पर मजबूर कर रही है। जुलाई में हुए एक सर्वेक्षण में शामिल 28 प्रतिशत लोगों ने बताया कि वे जिस प्रांत में रहते हैं, उसे छोड़ने के बारे में सोच रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि आवास की लागत बहुत ज्यादा है।
अगर 10 साल या उससे कम समय से रह रहे अप्रवासियों की बात करें तो यह आंकड़ा 39 प्रतिशत हो जाता है। लोग ग्रेटर टोरंटो एरिया और मेट्रो वैंकूवर जैसे शहरी केंद्रों से देश के भीतर अपेक्षाकृत सस्ते अल्बर्टा जैसे प्रांतों में जाने पर विचार कर रहे हैं। नए क्षेत्र में जाने के लिए सोच रहे लोगों में 42 प्रतिशत अमेरिका और अन्य देशों के लिए कनाडा छोड़ने पर विचार कर रहे हैं। कुल देखा जाए तो 12 प्रतिशत कनाडाई देश छोड़ना चाहते हैं।