Khalid Bin Mohsen Shaari Weight Loss: खालिद बिन मोहसेन शारी, जो सऊदी अरब के रहने वाले हैं, ने दुनिया के सामने एक ऐसी कहानी पेश की है जो प्रेरणा से भरी हुई है। 2013 में खालिद का वजन 610 किलोग्राम था, जिससे वह दुनिया के सबसे भारी जीवित व्यक्ति बन गए थे।
उनका मोटापा इतना बढ़ गया था कि वह तीन साल से भी अधिक समय तक बिस्तर से उठ नहीं पा रहे थे। उनकी इस स्थिति ने लोगों का ध्यान खींचा और उनकी कहानी पूरे विश्व में चर्चा का विषय बन गई।
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राजा अब्दुल्ला की मदद
जब खालिद का वजन इतना बढ़ गया कि वह पूरी तरह से दूसरों पर निर्भर हो गए, तब सऊदी अरब के राजा अब्दुल्ला ने उनकी सहायता के लिए कदम उठाया। राजा के आदेश पर खालिद को रियाद के किंग फहद मेडिकल सिटी में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। उनकी स्थिति इतनी गंभीर थी कि उन्हें अस्पताल तक पहुंचाने के लिए एक खास टीम बनाई गई और एक लिफ्ट की मदद से उन्हें वहां लाया गया।
Khalid Bin Mohsen शारी का वजन घटाने का सफर
खालिद बिन मोहसेन शारी के वजन घटाने (Khalid Bin Mohsen Shaari Weight Loss) की यह यात्रा किसी चमत्कार से कम नहीं थी। डॉक्टरों की देखभाल में उन्हें एक सख्त आहार और व्यायाम योजना पर रखा गया। साथ ही उनका गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी भी किया गया, जिससे उनकी वजन घटाने की प्रक्रिया में तेजी आई। केवल छह महीनों के भीतर, खालिद ने 320 किलोग्राम वजन कम कर लिया, जो उनके कुल शरीर के वजन का आधे से भी अधिक था।
2017 तक खालिद ने कुल 542 किलोग्राम वजन घटा लिया और उनका वजन 63.5 किलोग्राम रह गया। इतनी बड़ी मात्रा में वजन घटाने के बाद उनके शरीर पर ज़्यादा त्वचा की समस्या पैदा होने लगी थी। इसके लिए उन्होंने कई सर्जरी कराई और 2018 में उनकी अंतिम सर्जरी हुई। इसके बाद खालिद पूरी तरह से स्वस्थ हो गए और अपनी सामान्य जिंदगी जीने लगे।
Khalid Bin Mohsen Shaari का सफर
खालिद बिन मोहसेन शारी का वजन घटाने (Khalid Bin Mohsen Shaari Weight Loss) का सफर पूरी दुनिया के लिए एक प्रेरणा है। उनकी इस अद्भुत यात्रा ने यह साबित किया कि यदि मन में पक्का इरादा और सही चिकित्सा देखभाल मिले, तो किसी भी व्यक्ति का जीवन पूरी तरह से बदल सकता है। खालिद की इस सफलता ने उन्हें “द स्माइलिंग मैन” (The Smiling Man) का दूसरा नाम दिलाया, जो उनके धैर्य और उम्मीद की किरण है।