डेली संवाद, कनाडा | Canada Accident News in Hindi: हरियाणा के यमुनानगर जिले के रादौर ब्लॉक के गांव हड़तान के दो चचेरे भाई, रोहित उर्फ लवी पाल और प्रिंस कुमार, की कनाडा(Canada) में एक दर्दनाक हादसे में मौत हो गई। यह हादसा तब हुआ जब दोनों भाई ट्रक लेकर अमेरिका गए थे और वहां से वापस कनाडा लौटते समय एक भीषण दुर्घटना का शिकार हो गए।
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शिक्षा के लिए गए थे कनाडा
रोहित उर्फ लवी पाल (23) और प्रिंस कुमार (23) दोनों ही उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए कनाडा (Canada) के ब्रैम्पटन शहर गए थे। रोहित लगभग ढाई साल पहले और प्रिंस लगभग दो साल पहले वहां पहुंचे थे। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद, दोनों भाई कनाडा (Canada) में वर्क परमिट पर ट्रक चलाने का काम कर रहे थे। यह काम उन्हें अपनी रोज़ी-रोटी चलाने और परिवार की आर्थिक मदद करने के लिए करना पड़ रहा था।
Canada हादसे की जानकारी
यह हादसा अमेरिका के टुलसा शहर के पास हुआ, जब वे दोनों अपना ट्रक लेकर वापस कनाडा लौट रहे थे। रास्ते में उनका ट्रक सड़क के किनारे खड़े एक दूसरे ट्रक से टकरा गया। इस भयानक टक्कर के बाद, उनके ट्रक का डीजल टैंक फट गया और उसमें आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि दोनों भाई ट्रक के अंदर ही फंस गए और जिंदा जल गए। इस दर्दनाक हादसे में दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
परिवार की स्थिति
रोहित और प्रिंस के इस हादसे के बाद उनके गांव हड़तान में शोक की लहर दौड़ गई है। रोहित के पिता अजमेर सिंह और मां जसविंदर, जो 23 जुलाई को अपने बेटे से मिलने के लिए कनाडा गए थे, इस समय वहां मौजूद हैं। अपने बेटे की मौत की खबर सुनकर परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
इस घटना के बाद गांव हड़तान में मातम छा गया है। गांव के लोग इस हादसे से जुड़े हैं और हर कोई पीड़ित परिवार के दुख में शामिल है। गांव के लोगों ने भारत सरकार से अपील की है कि मृतक युवकों के शवों को जल्द से जल्द भारत लाया जाए ताकि उनके परिवार उन्हें अंतिम विदाई दे सके। इसके साथ ही, लोगों ने सरकार से पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करने की भी मांग की है।
सरकारी सहायता की अपील
इस दुखद घटना के बाद, गांव के लोगों ने स्थानीय प्रशासन और सरकार से अपील की है कि वे इस मामले में दखल करें और पीड़ित परिवार की मदद करें। इस हादसे ने एक बार फिर से प्रवासी भारतीयों के सामने आने वाली चुनौतियों को खुलासा किया है। परिवार की आर्थिक मदद और युवकों के शवों को भारत लाने की प्रक्रिया में तेजी लाने की जरूरत है ताकि उनके परिवार उन्हें आखिरी बार देख सकें।