डेली संवाद, जालंधर। Visa Rules : हाल के महीनों में, कई देशों ने अपनी वीज़ा नीतियों में बदलाव किए हैं। ये बदलाव भारतीय नागरिकों को प्रभावित कर सकते हैं जो व्यापार, अवकाश, शिक्षा या दूसरे उद्देश्यों के लिए विदेश यात्रा करना चाहते हैं। यहां पांच देशों की नई वीज़ा नीतियों के बारे में जानकारी दी गई है।
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5 countries with recently updated Visa Rules policies
ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया ने 1 जुलाई से अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए छात्र वीज़ा फीस को AUD 710 ($473) से बढ़ाकर AUD 1,600 ($1,068) कर दिया है। इसके अलावा, कुछ अस्थायी वीज़ा धारक, जैसे Temporary Graduate, Visitor, और Maritime Crew वीज़ा, अब ऑस्ट्रेलिया में रहते हुए छात्र वीज़ा के लिए आवेदन नहीं कर सकते। छात्र वीज़ा के लिए न्यूनतम बचत राशि भी बढ़ाकर AUD 29,710 ($19,576) कर दी गई है। इससे भारतीय छात्रों को अधिक खर्च उठाना पड़ेगा।
न्यूज़ीलैंड
26 जून, 2024 को, न्यूज़ीलैंड ने अपने वीज़ा नियमों में बदलाव किए हैं। अब ANZSCO कौशल स्तर 4 और 5 पर Accredited Employer Work Visas (AEWV) धारक अपने साथी या डिपेंडेंट बच्चों के लिए वीज़ा Sponsored नहीं कर सकते। हालांकि, साथी और आश्रित अपने स्वयं के वीज़ा के लिए आवेदन कर सकते हैं यदि वे पात्र हैं।
इटली
इटली ने हाल ही में डिजिटल Nomad Visa की शुरुआत की है। यह वीज़ा गैर-ईयू रिमोट वर्कर्स को एक वर्ष के लिए इटली में रहने और काम करने की अनुमति देता है। इस वीज़ा के लिए स्व-नियोजित Freelancer और Corporate Remote Workers आवेदन कर सकते हैं, बशर्ते वे कुछ शर्ते को पूरा करते हों जैसे कि एक रिमोट जॉब होना, अच्छी आय होना, आपराधिक रिकॉर्ड न होना, वैध स्वास्थ्य बीमा और दस्तावेज़ित आवास होना।
यूरोप
यूरोपीय संघ ने भारतीय नागरिकों के लिए Schengen visa नियमों को अपडेट किया है। अब भारतीय नागरिक लंबे समय तक वैधता वाले मल्टीपल-एंट्री Schengen visa के लिए आवेदन कर सकते हैं। जिन भारतीय नागरिकों ने पिछले तीन सालों में दो Schengen visa का वैधता के साथ उपयोग किया है, वे अब दो साल के लिए वैध लॉन्ग-टर्म, मल्टी-एंट्री वीज़ा प्राप्त कर सकते हैं। इसके बाद, यदि उनका पासपोर्ट वैलिड है, तो वे पांच साल का वीज़ा भी प्राप्त कर सकते हैं।
जर्मनी
जर्मनी ने अपनी कुशल श्रमिक वीज़ा नियमों को अपडेट किया है ताकि अधिक प्रतिभा को आकर्षित किया जा सके। 1 जून, 2024 से, ‘Opportunity Card’ गैर-ईयू नागरिकों को एक वर्ष के लिए जर्मनी में आने और नौकरियों की तलाश करने की अनुमति देगा। इसके लिए आवेदकों को कम से कम दो वर्षों का व्यावसायिक प्रशिक्षण या एक रिलीवेंट डिग्री और जर्मन या अंग्रेजी में Proficiency की जरूरत होगी।
इन बदलावों से भारतीय नागरिकों को इन देशों में यात्रा और रहने के लिए नई तैयारी करनी होगी। यात्रा की प्लानिंग बनाते समय अद्यतित जानकारी और दस्तावेज सही तरीके से तैयार रखें।