India- Canada News: कनाडा की खुफिया एजेंसी के प्रमुख डेविड विग्नॉल्ट (David Vigneault) ने फरवरी और मार्च 2024 में दो बार भारत का सीक्रेट दौरा किया। यह दौरे खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले की जानकारी साझा करने के लिए थे। इस यात्रा का उद्देश्य भारतीय अधिकारियों को इस हत्या के संबंध में Canada की जांच के दौरान प्राप्त जानकारी प्रदान करना था।
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Canada खुफिया एजेंसी चीफ का दौरा
Canada की सिक्योरिटी इंटेलिजेंस सर्विस (सीएसआईएस) के निदेशक डेविड विग्नॉल्ट ने अपनी यात्रा के दौरान भारतीय अधिकारियों से निज्जर हत्या मामले में ओटावा की जांच के परिणाम साझा किए। इस हत्या की जांच रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) द्वारा की जा रही है।
Canada में भारतीय नागरिकों की गिरफ्तारी
डेविड विग्नॉल्ट की भारत यात्रा के कुछ सप्ताह बाद कनाडा ने निज्जर हत्या मामले में तीन भारतीय नागरिकों – करणप्रीत सिंह (28), कमलप्रीत सिंह (22) और करन बरार (22) को गिरफ्तार किया। इनकी गिरफ्तारी के कुछ समय बाद चौथे भारतीय नागरिक अमनदीप सिंह को भी गिरफ्तार किया गया।
कनाडाई अधिकारी का बयान
कनाडा सरकार के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि सीएसआईएस के निदेशक डेविड विग्नॉल्ट ने भारत का दौरा किया था। उन्होंने कहा, “हम बंद कमरे में हुई बैठकों की प्रकृति या विषय-वस्तु पर कोई टिप्पणी नहीं करते।” अधिकारी ने यह भी बताया कि कनाडा ने निज्जर मामले पर भारत को सभी सूचनाएं लगातार उपलब्ध कराई हैं और इस बात की पुष्टि प्रधानमंत्री ट्रूडो और कनाडा के लोक सुरक्षा मंत्री ने भी की है।
India- Canada के संबंधों में तनाव
निज्जर की हत्या के बाद भारत और कनाडा के संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं। 18 जून 2023 को ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सितंबर 2024 में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) ने इस हत्या में भारतीय एजेंटों के शामिल होने का आरोप लगाया, जिसे भारत ने सिरे से खारिज कर दिया।
भारत का कहना है कि मुख्य समस्या यह है कि कनाडा ने अपनी धरती से गतिविधियां चला रहे खालिस्तान समर्थक तत्वों को बिना किसी रोक-टोक के जगह दी है। इसके अलावा, पिछले कुछ महीनों में भारत, कनाडा में अपने राजनयिकों की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त करता रहा है। नई दिल्ली ने ओटावा से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि भारतीय राजनयिक बिना किसी भय के अपनी जिम्मेदारियों को निभा सकें।
खालिस्तानी समर्थक तत्वों द्वारा भारतीय राजनयिकों को नुकसान पहुंचाने की धमकी देने के कई मामले सामने आए हैं। इन धमकियों के चलते भारत ने कनाडा से देश में अपनी राजनयिक उपस्थिति कम करने को कहा था। इसके परिणामस्वरूप, कनाडा ने भारत से 41 राजनयिकों और उनके परिवार के सदस्यों को वापस बुला लिया।